- पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दिनेश षड़ंगी के परिवार ने भाजपा के आरोपों को बताया राजनीतिक लाभ के लिए किया गया दुर्भावना भरा हमला
- भाजपा नेताओं के बयान पर परिवार ने दिखाया सख्त रुख, न्याय की मांग
जमशेदपुर : घाटशिला विधानसभा में भाजपा जिला अध्यक्ष चंडी चरण साव द्वारा बीते दिन किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस के बयान का पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दिनेश षड़ंगी के परिवार ने कड़ा विरोध किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कुणाल षड़ंगी से सवाल किया कि वह अपने चाचा को कितनी बार मिलने गए। इस पर परिवार ने याद दिलाया कि भाजपा अध्यक्ष दशकों से उनके परिवार से जुड़े हुए हैं और उन्हें कुणाल के चाचा के प्रति सम्मान और प्रेम का पूरा पता है। उन्होंने कहा कि कुणाल ने अपने चाचा से 4 बार दिल्ली और मुंबई जाकर हालचाल जाना, और अंतिम समय में पार्थिव शरीर को पैतृक आवास पर लाया।
इसे भी पढ़ें : Jhargram : मानस रंजन भुइयां ने की बारिश और कटाव परियोजना की समीक्षा, 100 मीटर अतिरिक्त कार्य की मंजूरी
कुणाल षड़ंगी ने निभाया चाचा के प्रति कर्तव्य, भाजपा के आरोप बेबुनियाद
परिवार ने आगे कहा कि भाजपा अध्यक्ष द्वारा कुणाल पर सवाल उठाना महज राजनीतिक लाभ के लिए किया गया दुर्भावना भरा हमला है। उन्होंने याद दिलाया कि जब भाजपा अध्यक्ष के पुत्र को डेंगू हुआ था, उस समय उनके परिवार ने हर संभव मदद की थी और मानसिक रूप से उन्हें संभाला। इसके बावजूद आज वही परिवार पर आरोप लगाने की कोशिश की जा रही है।
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : फर्जी कंपनी के नाम पर कतर भेजे जाने का आरोप, जमशेदपुर के युवक ने लगाई इंसाफ की गुहार
राजनीति के लिए व्यक्तिगत संबंधों पर सवाल उठाना अनुचित : परिवार का विरोध
पूर्व मंत्री के परिवार ने चंपई सोरेन पर भी सवाल उठाए और कहा कि वह अपने गुरु और राजनीतिक संरक्षक स्व. रामदास सोरेन के प्रति अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं निभा पाए। परिवार ने पूछा कि आखिर राजनीतिक मतभेद और अवसरवादिता के चलते उन्होंने व्यक्तिगत संबंधों का सम्मान क्यों नहीं किया, जबकि अन्य नेताओं ने उनके धर्मपत्नी और परिवार को सांत्वना दी।
इसे भी पढ़ें : Baharagoda : घाटशिला उपचुनाव : बहरागोड़ा सीमा पर वाहनों की सघन जांच, पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
पारिवारिक मर्यादा और राजनीतिक जिम्मेदारी के बीच भाजपा ने दिखाई उदासीनता
परिवार ने भाजपा नेताओं की चाटुकारिता और अवसरवादिता पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के दो प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले नेताओं ने कुणाल षड़ंगी और उनके परिवार के प्रति घटिया टिप्पणियाँ कीं, जबकि वे स्वयं वर्षों से विभिन्न मामलों में उनके परिवार से जुड़े रहे। परिवार ने चेतावनी दी कि इस प्रकार की राजनीति न केवल कुरूप है बल्कि आदिवासी मूलवासी के अधिकार और हितों के खिलाफ है।
इसे भी पढ़ें : Baharagoda : घाटशिला उपचुनाव : बहरागोड़ा सीमा पर वाहनों की सघन जांच, पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
कुणाल षाड़ंगी पर दुर्भावना भरे आरोपों का परिवार ने किया पूरी तरह खंडन
परिवार ने स्पष्ट किया कि भाजपा की यह कार्रवाई राजनीतिक अवसरवादिता और पुत्र मोह के चलते की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को व्यक्तिगत मर्यादा, परिवार की गरिमा और संवेदनशील परिस्थितियों का सम्मान करना चाहिए। परिवार ने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं रोका गया तो वे इस मामले को सार्वजनिक और कानूनी स्तर पर आगे ले जाएंगे।