पोटका: हाता स्थित माता आश्रम में रविवार को 16वां स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। इस अवसर पर जमशेदपुर ब्लड बैंक, बी.बी.डी.डी.ए. और योगेश्वरी आनंदमई सेवा प्रतिष्ठान ने मिलकर कार्यक्रम का आयोजन किया।
शिविर का उद्घाटन पूर्व सिविल सर्जन डॉ. ए.के. लाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने उत्साहपूर्वक रक्तदान में भाग लिया और जीवन बचाने में अपना योगदान दिया।
रक्तदान के जनक के रूप में प्रसिद्ध सुनील कुमार दे ने बताया कि वर्ष 1997 में हाता के नुवाग्राम से रक्तदान अभियान की शुरुआत हुई थी। उस समय कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन आज युवा वर्ग बढ़-चढ़कर रक्तदान कर समाज सेवा में अग्रसर है।
साहित्यकार विकास कुमार भकत ने कहा, “रक्तदान जीवनदान है।” यह एक महान सेवा कार्य है, जिससे अनेक लोगों की जान बचाई जा सकती है। शिविर के माध्यम से उन मरीजों को मदद मिलती है, जो रक्त की कमी से जूझ रहे होते हैं।
शिविर को सफल बनाने में मृणाल कांति पाल, कृष्णा मंडल, प्रवीर मंडल, राजकुमार साहू, तपन मंडल, मनी मंडल, सपन कुमार मंडल, बादल घोष, कमल कांति घोष, करुणामय मंडल, जिला परिषद सदस्य सूरज मंडल, मुखिया देवी भूमिज, मनोज सरदार, गणेश सरदार, कविता मंडल, रीता रानी मंडल, रीना मंडल, मधुमिता मंडल, स्वजल मंडल सहित अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा।
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