
आदित्यपुर: आदित्यपुर, सरायकेला खरसावां जिला प्रशासन और रोटरी क्लब डिस्ट्रिक्ट (बिहार-झारखंड) के सहयोग से आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पीस फेलोशिप के महत्व को समझाना और जल संकट जैसे वैश्विक मुद्दों पर जागरूकता फैलाना था. रोटरी क्लब के प्रेसिडेंट प्रतीम बैनर्जी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए और रोटरी के कर्तव्यों पर विस्तार से चर्चा की.
जल संकट पर गंभीर विचार और समाधान की आवश्यकता
प्रतीम बैनर्जी ने अपने संबोधन में जल संकट पर गंभीर चिंता व्यक्त की. उन्होंने बताया कि दुनिया में केवल 4 प्रतिशत जल ही पीने योग्य है और इसे बचाना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने उल्लेख किया कि देश की सरकार हर घर जल मिशन के तहत कार्य कर रही है और भविष्य में हर बिल्डिंग को रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जरूरत होगी. बेंगलुरु शहर का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि यहां भूजल की भारी कमी है और आने वाले समय में जल संरक्षण पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी.
पीस फेलोशिप की अहमियत और रोटरी का योगदान
इस कार्यक्रम में पीस फेलोशिप के प्रमुख रोटेरियन मनोज तिवारी ने इस फेलोशिप के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि अगर हमारे आसपास शांति नहीं है तो एक रोटेरियन क्या कर सकता है, इसके लिए रोटरी ने पीस सेंटर की स्थापना की है. यहां कुछ विशेष व्यक्तियों को शांति के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. दुनिया की 5 प्रमुख यूनिवर्सिटी में हर साल 10-10 ट्रेनी भेजे जाते हैं और ये मास्टर डिग्री की शिक्षा प्राप्त करते हैं. इसके अलावा, 80 छात्रों को दो यूनिवर्सिटी में डिग्री कोर्स के लिए भेजा जाता है. अब तक रोटरी के पास ऐसे 1800 छात्र हैं जो शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं.
पीस फेलोशिप के लिए आवेदन प्रक्रिया
मनोज तिवारी ने बताया कि पीस फेलोशिप में आवेदन करने के लिए न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएट होने के साथ शांति के क्षेत्र में तीन साल का अनुभव आवश्यक है. इसके लिए नॉन रोटेरियन होना जरूरी है. 1 फरवरी से 15 मई तक इस कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है.
उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला का योगदान
इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला उपस्थित थे. उन्होंने पीस फेलोशिप को एक उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली बताया और इसे समाज में शांति स्थापित करने में कारगर साबित होने की बात की. उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे इस कोर्स में आवेदन करें और इसे सफल बनाने के लिए आसपास के छात्रों को प्रेरित करें.
सेंटर के विचार और समापन
कार्यक्रम में रोटेरियन उद्यमी एस एन ठाकुर, इंदर अग्रवाल समेत शहर के करीब 200 रोटेरियन भी मौजूद थे. इस सेमिनार में वर्तमान वैश्विक संघर्षों पर भी चर्चा की गई और शांति स्थापना के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया.
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