
चांडिल: चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के बारहा दिसम बाहा बोंगा पर्व 11 मार्च 2025 को शहरबेड़ा में धूमधाम से मनाया जाएगा. इस पर्व की तैयारी में स्थानीय सदस्य जुटे हुए हैं, जो इसे एक भव्य आयोजन बनाने के लिए प्रयासरत हैं.
बाहा बोंगा पर्व आदिवासी समाज का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण त्योहार है, जो प्रकृति की पूजा और आभार व्यक्त करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस पर्व में साल और महुआ के फूलों से पूजा की जाती है. विशेष रूप से, मारांग बुरु, जाहेर आयो, मोड़ें क और बुरू बोंगा की पूजा की जाती है.
समारोह का आयोजन और सांस्कृतिक गतिविधियाँ
इस साल का बाहा बोंगा पर्व चांडिल प्रखंड के शहरबेड़ा में आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7 बजे से होगी, जिसमें दिसम नायके द्वारा पारंपरिक नृत्य, संगीत और पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा. यह पर्व संबलता, सामाजिक एकता और संगठन की भावना को प्रकट करता है, और आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है.
समाज के प्रमुख सदस्य उपस्थित
इस कार्यक्रम में मांझी पारगाना माहाल बारहा दिसम के अध्यक्ष पुटूलाल हांसदा, मांझी बाबा बबलू टुडू, धनंजय मुर्मू, सुजन मारडी, बनमाली हांसदा, शंकर मुर्मू, विजय मुर्मू, सुदन टुडू, लाल मोहन हांसदा समेत अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे.
दिसम बाहा बोंगा के माध्यम से सामाजिक एकता का संदेश
यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह आदिवासी समाज की एकजुटता और सामूहिक भावना को भी प्रकट करता है. इस आयोजन के माध्यम से सामाजिक एकता और आदिवासी संस्कृति को आगे बढ़ाने का संदेश दिया जाएगा.
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