Bahragora: नदी-नाले उफान पर, पुलों की हालत नाजुक – बारिश से ठहरा जीवन 

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बहरागोड़ा: बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. जहां एक ओर लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर सड़कों की हालत और जलजमाव ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. रुक-रुक कर हो रही वर्षा के कारण अधिकांश लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं.

हालांकि किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है. खेतों में नमी बढ़ने के साथ ही वे अब अपने धान की खेती की तैयारी में जुट गए हैं. आसमान में छाए काले बादलों के बीच सुबह से ही किसान खेतों की जुताई करते नजर आए.

बारिश के कारण स्वर्णरेखा नदी और रंगड़ो खाल का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. कई कच्ची और पक्की सड़कें जलभराव के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं. ग्रामीण इलाकों में कई स्थानों पर नालों पर पुल का निर्माण नहीं होने से लोग अपने घरों में ही फंसे हुए हैं.

पांचबड़िया से ब्राह्मणकुंडी जाने वाली सड़क पर बना पुल अब ध्वस्त होने की कगार पर है. आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो चुका है. जगन्नाथपुर अंडरपास के नीचे पानी भर जाने से वाहन चालकों और राहगीरों को भारी परेशानी हो रही है.

मालकुंडा और प्रतापपुर गांव के बीच बना पुल उपयोग में तो आ गया है, लेकिन पक्की सड़क नहीं बनने के कारण लोगों को कीचड़ से सनी कच्ची सड़कों से ही आना-जाना पड़ रहा है. ग्रामीणों — गोपाल धुली, निताई धुली, गौरांग धुली, संत्रास बैठा, व अन्य — ने बताया कि मालकुंडा गांव में लगभग 250 और प्रतापपुर गांव में 150 लोग रहते हैं, जिन्हें हर बारिश में इसी संकट का सामना करना पड़ता है.

रंगड़ो खाल में जलप्रवाह इतना तेज़ है कि मालकुंडा से प्रतापपुर तक तैर कर भी जाना संभव नहीं है.

कृषि पदाधिकारी संजय कुमार के अनुसार, 18 जून को जहां 30 मिमी वर्षा दर्ज की गई, वहीं 19 जून को दोपहर तक यह आंकड़ा 131.2 मिमी तक पहुंच गया है.

 

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