नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली का सियासी माहौल गर्म है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे के बाद अब सबकी निगाहें INDIA गठबंधन पर टिकी हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वहीं, कांग्रेस के कई शीर्ष नेता भी राजधानी में कैंप कर रहे हैं। आज कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक होने वाली है। सूत्रों के अनुसार, शाम तक सीट बंटवारे का ऐलान हो सकता है।
कई सीटों को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच पेंच फंसा हुआ है। कांग्रेस इस बार भी लगभग 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची भी तैयार कर ली है, जिस पर दिल्ली बैठक में अंतिम मुहर लग सकती है। सूत्रों के मुताबिक, राजद और वामदलों ने कांग्रेस को इतनी सीटें देने से इनकार किया है।
संभावना है कि राउज एवेन्यू कोर्ट में लालू और तेजस्वी की पेशी के बाद दोनों नेता राहुल गांधी से मुलाकात करें। इसी मुलाकात के बाद बिहार में INDIA गठबंधन का सीट बंटवारा तय माना जा रहा है। दिल्ली पहुंचने पर लालू यादव ने कहा था— “सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस से बातचीत चल रही है।” meanwhile राजद और कांग्रेस दोनों के संभावित प्रत्याशी नामांकन की तैयारियों में जुट गए हैं।
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि सभी बड़े नेता दिल्ली में हैं और जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा, “महागठबंधन थोड़ा बीमार है, सारे डॉक्टर दिल्ली में हैं।” उधर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने साफ किया है कि उनकी पार्टी अब INDIA गठबंधन का हिस्सा नहीं है। पारस ने बताया कि एआईएमआईएम और आज़ाद समाज पार्टी से बातचीत जारी है। इससे तीसरे मोर्चे की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
इधर, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो ने भी गठबंधन पर दबाव बढ़ा दिया है। पार्टी का कहना है कि बिहार की 12 से 15 सीटों पर उनकी स्थिति मजबूत है। झामुमो ने चेतावनी दी है कि अगर सीट बंटवारे में उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे।