
पटना: पटना के पारस अस्पताल में कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े हत्या के बाद पुलिस महकमा सकते में है. सुरक्षा में भारी चूक को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा ने सख्त कदम उठाते हुए कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिराई है.
एसएसपी ने हत्या के दिन ड्यूटी में गंभीर लापरवाही बरतने वाले पांच पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इनमें शास्त्री नगर थाना के एक सब-इंस्पेक्टर, दो असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल शामिल हैं. इन पर अस्पताल परिसर में पर्याप्त सतर्कता नहीं बरतने का आरोप है.
एसएसपी ने कारगिल चौक पर गांधी मैदान थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए एक अवर निरीक्षक स्तर के अधिकारी को निलंबित कर दिया.
इसके अतिरिक्त:
सचिवालय थाना क्षेत्र के चितकोहरा गोलंबर के पास ईआरवी (इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल) पर तैनात एक अधिकारी को यत्र-तत्र भटकते रहने और सतर्क न रहने के आरोप में निलंबित किया गया.
गर्दनीबाग थाना के पाटलिपुत्र होटल के पास गश्त में लापरवाही बरतने पर एक अन्य सहायक अवर निरीक्षक को भी निलंबन का सामना करना पड़ा.
हत्या मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के अनुसार, ये सभी आरोपी पश्चिम बंगाल से पकड़े गए हैं और जल्द ही उन्हें पटना लाया जाएगा. हत्या की जांच पटना पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) मिलकर कर रही है.
प्रारंभिक जांच में गैंगवार की आशंका जताई जा रही है. दो मोटरसाइकिलों पर सवार छह हमलावरों ने साजिश रचकर इस वारदात को अंजाम दिया.
आखिर क्या है पूरी घटना?
17 जुलाई को गैंगस्टर चंदन मिश्रा का पारस अस्पताल में इलाज चल रहा था. उसी दौरान सुबह के वक्त पांच बदमाश वार्ड नंबर 209 में घुसे और गोलियों से उसकी हत्या कर दी. हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे, सभी के हाथ में हथियार थे. बताया जा रहा है कि एक आरोपी अस्पताल परिसर के बाहर निगरानी कर रहा था. हत्या के बाद बदमाश खुलेआम जश्न मनाते हुए फरार हो गए.
इस घटना ने पटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. दिनदहाड़े अस्पताल में घुसकर एक कुख्यात अपराधी की हत्या, फिर हमलावरों का जश्न और पुलिस की निष्क्रियता — इन सभी ने बिहार की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है.
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