
बोकारो: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा आयोजित हाफ मैराथन 2025 ने बोकारो शहर में न केवल फिटनेस का संदेश दिया, बल्कि एक नई ऊर्जा और जोश का संचार भी किया. रविवार की सुबह, 5,000 से अधिक धावक सड़कों पर दौड़ते नजर आए, जिससे यह आयोजन पूरे शहर में एक उत्सव का रूप ले लिया. इस मैराथन ने शहरवासियों में जोश का नया उत्साह उत्पन्न किया और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के साथ सामूहिक एकता और सौहार्द का प्रतीक बना.
मैराथन का केंद्र: मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम
मैराथन का आयोजन मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम में हुआ, जहां प्रतिभागियों और दर्शकों का उत्साह अपने चरम पर था. धावक अपनी दौड़ पूरी करने के लिए संघर्ष कर रहे थे, जबकि दर्शक भी उत्साहवर्धन के लिए उमड़े हुए थे. पूरे बोकारो शहर की सड़कों पर मैराथन की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी, जहां लोग हर कदम पर धावकों का उत्साह बढ़ा रहे थे. यह आयोजन न केवल एक खेल प्रतियोगिता था, बल्कि पूरे शहर के लिए एक उत्सव बन चुका था.
सभी आयु वर्ग के प्रतिभागियों की भागीदारी
इस हाफ मैराथन में विभिन्न आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने भाग लिया. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने इस आयोजन का हिस्सा बनकर फिटनेस का संदेश दिया. सड़क पर खड़े होकर लोग हर धावक को प्रोत्साहित कर रहे थे.
देश भर से आए प्रतिभागी
इस बार के बोकारो स्टील प्लांट हाफ मैराथन में केवल स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी धावक आए थे. झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों ने अपने राज्य का नाम रोशन किया. बीएसएल के कार्यकारी निदेशक आर. बनर्जी ने कहा, “यह हाफ मैराथन अब एक अखिल भारतीय आयोजन बन चुका है. देश के विभिन्न हिस्सों से लोग इसमें भाग ले रहे हैं, और यह आयोजन एकता का प्रतीक है.”
सुरक्षा और व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान
कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों ने व्यवस्थाओं की सराहना की, जिससे आयोजन का माहौल और भी सुखद बन गया. डीपीएस की उप-प्रधानाचार्य म. शर्मा ने कहा, “यह हाफ मैराथन केवल एक दौड़ नहीं थी, बल्कि यह एकता, सामूहिक प्रयास और फिटनेस का उत्सव था.”
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