गुवा: आज, मंगलवार को किरीबुरू थाना परिसर में एक महत्वपूर्ण जन-जागरूकता और कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस बैठक में किरीबुरू और छोटानागरा थाना क्षेत्र के दस से अधिक गांवों—जिसमें मिर्चीगड़ा, वालेहातू, टोपकोई, कुलातूपु, मारीदा, थालकोबाद, रातामाटी, गुंडीजोड़ा, जोजोड़ेड़ा और चेरबालोर शामिल हैं—के ग्रामीणों, मुंडा, मानकी और स्थानीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान, पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को डायन-बिसाही जैसी सामाजिक कुप्रथाओं (अंधविश्वास) के बारे में विस्तार से जागरूक किया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अंधविश्वास, अफवाह और मनगढ़ंत आरोपों के कारण समाज में अनावश्यक तनाव और हिंसा बढ़ती है, जो पूरी तरह अवैध और दंडनीय अपराध है।
ग्रामीणों से अपील की गई कि किसी भी प्रकार की शंका या विवाद की स्थिति में वे तुरंत पुलिस या प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें ताकि सही समाधान समय रहते किया जा सके।
पुलिस अधिकारियों ने सामुदायिक पुलिसिंग की भूमिका और उसके महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि पुलिस और समाज के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ने से न सिर्फ अपराध नियंत्रण में मदद मिलती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा और शांति बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलता है।
सकारात्मक संबंध स्थापित करने और ठंड के मौसम को देखते हुए, पुलिस विभाग ने बैठक में उपस्थित सभी ग्रामीणों को कंबल वितरित किए। पुलिस की इस पहल को सामुदायिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में पुलिस के प्रति भरोसा और अपनापन बढ़ा है।
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