
चाईबासा: लिपुंगा गांव के बीच टोला में पिछले एक सप्ताह से ट्रांस्फार्मर खराब पड़ा है, जिससे भीषण गर्मी के बीच बिजली और पानी का गहरा संकट उत्पन्न हो गया है. इस स्थिति का सबसे अधिक प्रभाव गांव के स्कूल और छोटे बच्चों पर पड़ा है.
शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं ठप
ट्रांस्फार्मर खराबी के कारण प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. न तो पेयजल उपलब्ध है, न ही मध्याह्न भोजन बनाने के लिए पर्याप्त पानी मिल पा रहा है. शिक्षक मजबूरी में आधा किलोमीटर दूर जाकर पानी ला रहे हैं. बिजली नहीं रहने से कक्षाओं में पंखे और लाइट भी बंद हैं, जिससे बच्चों का अध्ययन कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.
पानी के लिए भटक रहे ग्रामीण
गांव के अधिकतर हैंडपंप और मोटर पंप बिजली से संचालित हैं. ट्रांस्फार्मर खराबी के चलते सभी मोटर पंप बंद पड़े हैं, जिससे पीने के पानी का संकट और गहरा गया है. भीषण गर्मी में ग्रामीणों को पानी के लिए कई किलोमीटर तक भटकना पड़ रहा है.
विभागीय उदासीनता से बढ़ा आक्रोश
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार बिजली विभाग को ट्रांस्फार्मर खराबी की सूचना दी गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. इससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है.
गांव के प्रमुख समाजसेवी दारा सिंह चाम्पिया ने कहा कि बीते एक सप्ताह से लगातार विभाग से गुहार लगाई जा रही है, फिर भी समाधान नहीं हुआ. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दो दिनों के भीतर मरम्मत कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो ग्रामीण प्रदर्शन और घेराव करेंगे. साथ ही जिला प्रशासन से भी हस्तक्षेप की मांग की जाएगी.
ग्रामीणों ने जताया सामूहिक आक्रोश
समाजसेवी दारा सिंह चाम्पिया के साथ संजय चाम्पिया, सुरा चाम्पिया, मोत्रा चाम्पिया, सुलेमान चाम्पिया, हरिश चाम्पिया, बाबूलाल चाम्पिया, सुखलाल चाम्पिया, जिंगरन चाम्पिया और मागेया चाम्पिया सहित दर्जनों ग्रामीणों ने ट्रांस्फार्मर मरम्मत में हो रही देरी पर गहरा रोष व्यक्त किया है. सभी ने प्रशासन से तत्काल समाधान की मांग की है.
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