
हाई कोर्ट में मामला होने का हवाला देने के बाद भी नहीं रुका रेलवे का पीला पंजा
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के सामने शनिवार को रेलवे ने बुलडोजर चलाकर आस पास बनी तीन दर्जन से अधिक दुकानों को तोड़ दिया शाम तक कुल 38 दुकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया. जिस जगह से अतिक्रमण हटाया गया, वहांपहले मार्केट कॉम्प्लेक्स और दुकानें नजर आती थी. अब वह जगह सिर्फ दुकान के ढांचों के मलबे से भरा पड़ा है. स्टेशन के बाहर का नाजारा ऐसा है मानो अचानक एक बड़ा जलजला आया और सबकुछ तबाह और बर्बाद कर दिया. अब स्टेशन के बाहर सिर्फ वीरानी छाई है. रात में भी यह जगह अब अँधेरे में डूब जायेगा. दिन के 24 घंटे जहाँ चहल पहल बनी रहती थी अब वह जगह खामोश हो चुका है.
इसे भी पढ़ें : Chaibasa: अशोक कुमार जैन जिला नॉक आउट क्रिकेट में शाह स्पोर्ट्स अकादमी को पराजित कर RK Academy क्वार्टर फाईनल में
सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम

दुकानों को तोड़ने के लिए इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी समेत कर्मचारी मुख्य रूप से मौजूद थे. आरपीएफ और कोरस कमांडों की टीम भी सुरक्षा का जिम्मा संभाले तैनात थे. दुकानों को ध्वस्त करने के कार्य में ठेके पर दो बुलडोजर को लगाया गया था. अभियान के दौरान यहां का नजारा ऐसा था की एक तरफ दुकानदार अपनी दुकान जल्दी जल्दी खाली कर रहे थे. वहीं दूसरी तरफ पीला पंजा दुकानों को रौंदते तोड़ते हुए आगे बढ़ रहा था. दुकानदार कई पीढ़ियों से यहां अपनी दुकानें चला रहे थे लेकिन अपनी दूकान को अपनी आँखों के सामने जमींदोज होते हुए भीगी आँखों से देखने को विवश थे. इसके सिवाय उनके पास और कोई उपाय भी नहीं बचा था.
21 को आने वाला था हाई कोर्ट का निर्णय
दुकानदारों का कहना था की उनके द्वारा हाई कोर्ट में रेलवे के द्वारा उनके दुकानों को तोड़ने के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है. जिस पर उच्च न्यायालय 21 जनवरी को दिशा निर्देश जारी कर सकती है. दुकानदारों ने रेल प्रशासन से न्यायालय के निर्देशों के बाद कार्रवाई की मांग की जा रही थी. लेकिन दुकानदारों के इस अपील को भी बुलडोजर के सामने रेलवे ने रौंद दिया और शाम ढलते ढलते सभी 38 दूकान को तोड़कर मलबे में तब्दील कर दिया.
इसे भी पढ़ें : Chaibasa: शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा का हुआ अनावरण