सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में गुरुवार को जनजातीय गौरव दिवस पखवाड़ा के तहत प्लस टू उच्च विद्यालय चांडिल के प्रांगण में सामुदायिक भोज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने मिलकर आदिवासी समुदाय की पारंपरिक पाक कला को प्रस्तुत किया।
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कार्यक्रम में विविध आदिवासी व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए। इनमें चावल के गुंडी और मांस से बना मांस पीठा, पारंपरिक अरवा चावल से बना गुड़ पीठ, साल के पत्तों में लिपटा और आग में पकाया गया जिलू पीठा, लेटो, मांस खिचड़ी, खापरा पीठा और छिलका पीठा जैसे व्यंजन शामिल थे।
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भोज के दौरान छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने न केवल इन पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद लिया, बल्कि इनके पीछे की सांस्कृतिक परंपराओं और बनाने की विधियों को भी समझा। उपस्थित शिक्षकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन जनजातीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने में सहायक हैं।
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इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आदिवासी जनजातियों की संस्कृति, परंपरा और खानपान की समृद्ध विविधता को नई पीढ़ी तक पहुँचाना था। विद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र-छात्राएँ कार्यक्रम में मौजूद रहे और जनजातीय गौरव दिवस को उत्साहपूर्वक मनाया।