
चांडिल: सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत नीमडीह थाना क्षेत्र के कई गांवों में अवैध महुआ शराब का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह अवैध कारोबार स्थानीय पुलिस के संरक्षण में फल-फूल रहा है। शराब की यह खेप पश्चिम बंगाल और जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों तक सप्लाई की जा रही है।
पुलिस संरक्षण का आरोप, मद उत्पाद विभाग भी लाचार
ग्रामीणों ने साफ आरोप लगाया है कि नीमडीह थाना पुलिस, विशेष रूप से थाने के एक एएसआई द्वारा वसूली कर अवैध कारोबारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। जिला मद उत्पाद विभाग ने भी माना है कि स्थानीय पुलिस के सहयोग के बिना छापेमारी संभव नहीं हो पाती। कई बार छापेमारी से पहले ही शराब भट्ठी संचालकों को सूचना मिल जाती है और वे भाग जाते हैं।
मजदूर और युवाओं की जिंदगी में जहर घोल रहा है महुआ
इस अवैध धंधे का सबसे बड़ा खामियाजा दैनिक मजदूरी करने वाले गरीब परिवार और युवा वर्ग उठा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शराब के सेवन से युवाओं में नशे की लत तेजी से फैल रही है। अकाल मृत्यु के कई मामले भी सामने आ चुके हैं।
महिलाओं का कहना है कि उनके घर के पुरुष रोज शराब पीकर घर लौटते हैं, जिससे घरेलू हिंसा और आर्थिक तंगी बढ़ रही है।
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि नीमडीह थाना क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाए, दोषी पुलिसकर्मियों की जांच और निलंबन हो, और शराब भट्ठियों को ध्वस्त किया जाए।
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