सरायकेला: सरायकेला के आदरडीह में एसएम स्टील एंड पावर लिमिटेड की स्थापना को लेकर माहौल गर्म हो गया है। बुधवार को ग्रामीणों ने कंपनी के विरोध में आमसभा कर मुखिया और ग्राम प्रधानों पर मिलीभगत और “स्कॉर्पियो डील” जैसे आरोप लगाए। वहीं, गुरुवार को कंपनी समर्थक ग्रामीणों और कुछ ग्राम प्रतिनिधियों ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना पक्ष रखा।
प्रेस विज्ञप्ति में कंपनी समर्थकों ने कहा कि पिछले चार साल से बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं और कंपनी आने से क्षेत्र का विकास और रोजगार बढ़ेगा। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी जमीन स्वेच्छा से कंपनी को देने की सहमति दी है और कुछ बाहरी लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
हस्ताक्षरकर्ताओं में प्रमुख रूप से ग्राम प्रधान तपन कुमार महतो, श्यामल महतो, रघुनाथ महतो और बैद्यनाथ महतो शामिल हैं। उनका कहना है कि विरोध करने वाले लोग गाँव की शांति भंग कर रहे हैं और विकास कार्यों में बाधा डालना चाहते हैं।
वहीं आदरडीह, सांगिड़ा, गौरीडीह, रघुनाथपुर और केतूंगा के अधिकांश ग्रामीणों ने इसे कंपनी का नकली बयान बताया। उनका आरोप है कि जो लोग हस्ताक्षर कर रहे हैं, वे पहले से कंपनी से लाभ और वाहन जैसी डील कर चुके हैं। विरोधी गुट इसे गाँव की जनता को बहकाने की कोशिश मान रहा है।
एक विरोधी ग्रामीण नेता ने कहा “आदरडीह के असली जमीनदाता कंपनी के विरोध में हैं। कुछ लोग पैसे और वादों में फँसकर जनता को बहका रहे हैं। जो अपने गाँव के खिलाफ जाएगा, उसे जनता माफ नहीं करेगी।”
दो गुट साफ दिखाई दे रहे हैं
कंपनी समर्थक गुट – मुखिया, कुछ ग्राम प्रधान और करीब एक दर्जन ग्रामीण।
विरोधी गुट – बहुमत में, जो जमीन अधिग्रहण को गाँव की अस्मिता पर हमला मानते हैं।
दोनों पक्षों के बीच टकराव की स्थिति बनती जा रही है। ग्रामीण प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि फौरन हस्तक्षेप कर जबरन अधिग्रहण या दबाव पर रोक लगाई जाए।
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