
पश्चिम सिंहभूम: डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा के सेवानिवृत्त प्राचार्या उषा राय पर आरोप लगाते हुए, पीड़ित शिक्षकों का एक समूह सोमवार को सेल गुवा के कार्मिक विभाग महाप्रबंधक अर्नव डे से मिला. इस बैठक में शिक्षकों ने अपने कष्टों का स्पष्टीकरण दिया और विद्यालय के संचालन में आने वाली समस्याओं को उजागर किया.
विद्यालय में गड़बड़ी का आरोप
करीब एक दर्जन पीड़ित शिक्षकों ने बताया कि उषा राय, जो सेवा निवृत्त होने के बाद जमशेदपुर चली गईं, विद्यालय की विधि व्यवस्था में हस्तक्षेप कर रही हैं. उन्होंने विद्यालय के सुपरवाइजरी हेड को यह निर्देश दिया था कि शालिनी शाह को वरीय कक्षा में अंग्रेजी पढ़ाने का दबाव बनाया जाए. जबकि वर्तमान में यह कक्षा आकांक्षा सिंह और अरविंदो साहू द्वारा पढ़ाई जा रही थी. दोनों ने इसका विरोध किया और अपनी कक्षाओं को छोड़ने से इंकार कर दिया.
मामलों में बढ़ती तकरार और असंतोष
संकट की स्थिति तब उत्पन्न हुई जब शिक्षिकाओं के बीच रंजिश और मारपीट की घटनाएं सामने आईं. इसके अलावा, कुछ शिक्षिकाओं ने वाचनालय से पुस्तकों के पन्ने फाड़े जाने और चोरी का आरोप भी लगाया. इस संबंध में उन्होंने लिखित शिकायत सेल प्रबंधन के समक्ष दर्ज की है.
दो गुटों में बंटा शिक्षक वर्ग
वर्तमान में, डीएवी गुवा में शिक्षकों के दो गुट सामने आए हैं. शिक्षकों ने इस विवाद का समाधान निकालने के लिए सेल गुवा प्रबंधन से हस्तक्षेप की मांग की है. यह विवाद क्षेत्र के अभिभावकों और स्थानीय लोगों में भी असंतोष और नाराजगी की स्थिति पैदा कर चुका है.
सेल प्रबंधन से हस्तक्षेप की मांग
पीड़ित शिक्षकों ने सेल गुवा प्रबंधन से इस मुद्दे को शीघ्र सुलझाने की अपील की है, ताकि विद्यालय में शांति और उचित व्यवस्था बहाल हो सके. इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि उषा राय के समय से ही शिक्षण प्रणाली में अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है, जिससे अभिभावक और स्थानीय लोग भी असंतुष्ट हैं.
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