पुलवामा: लाल किला विस्फोट को अंजाम देने वाले आतंकवादी डॉ. उमर उन नबी का पुलवामा स्थित घर प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। उमर के कोइल गांव में बुधवार को माहौल तनावपूर्ण रहा। ग्रामीणों के अनुसार, उमर बेहद चुपचाप रहने वाला था और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलता था। कई लोग उसका नाम तक नहीं जानते थे।
गांव में डर और हैरानी
जब मीडिया गांव पहुंची तो लोग शुरू में बात करने से कतराते रहे। एक किराना दुकानदार मोहम्मद शफी ने बताया कि वह उमर को बचपन से जानता है, लेकिन “ऊबड़-खाबड़ बाजारों में घूमते युवकों की तरह कभी उसे बाहर घूमते नहीं देखा।” उन्होंने कहा कि उमर पांच वक्त की नमाज़ भी अधिकतर घर में ही पढ़ता था और लोगों से बहुत कम बातचीत करता था। दिल्ली ब्लास्ट की खबर सुनकर गांव वाले सदमे में हैं। एक अन्य निवासी बशीर अहमद ने बताया कि “गांव की करीब एक लाख आबादी में सिर्फ 1500 लोग ही उमर को जानते थे। वह इन 1500 को भी नहीं पहचानता था।”
उमर के घर पहुंची मीडिया, परिवार बोला—जांच होनी चाहिए
उमर का घर एक तंग गली में है। आसपास के युवाओं ने बताया कि यह परिवार धार्मिक प्रवृत्ति वाला है और किसी तरह की उग्र गतिविधि में शामिल होने की उम्मीद किसी ने नहीं की थी। एक युवक ने कहा—“अगर उमर ने कुछ गलत किया है तो पूरी जांच होनी चाहिए, लेकिन परिवार का कोई और सदस्य इसमें शामिल नहीं है।”
कार की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन लोग हिरासत में
अधिकारियों के मुताबिक, ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई आई-20 कार की खरीद-फरोख्त में शामिल तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। वायरल फोटो में गाड़ी के साथ दिखे पुलवामा के एक युवक आमिर रशीद मीर पर भी सवाल उठे थे, लेकिन परिवार का कहना है कि गाड़ी उसकी नहीं है। आमिर पेशे से प्लंबर है।
परिवार की स्थिति—उमर था घर का अकेला सहारा
उमर के पिता गुलाम नबी (पूर्व शिक्षक) ने बताया कि उनके नौकरी जाने के बाद परिवार की जिम्मेदारी पूरी तरह उमर पर थी। दूसरा बेटा एमए पास है लेकिन प्लंबिंग का छोटा-मोटा काम करता है। पिता ने बताया कि उमर अकेले रहना पसंद करता था, घर से कम निकलता था और पढ़ाई पर ध्यान देता था। घर के छोटे आंगन को दिखाते हुए पिता बोले—“जब मन करता था, यहीं हम दोनों साथ खेल लेते थे।”
कई एजेंसियां पहुंचीं, पूछताछ सिर्फ पुलिस ने की
परिवार का कहना है कि दिल्ली ब्लास्ट के बाद पहले ससुराल में और फिर उनके घर में लगातार छापे पड़े। पिता ने बताया कि—“कई एजेंसियां आईं, लेकिन पूछताछ सिर्फ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने की।” उमर ने श्रीनगर GMC से MD किया था, बाद में GMC अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट रहा और हाल ही में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था। पिता ने बताया कि दो महीने पहले ही उसकी श्रीनगर में मंगनी हुई थी।
धमाके में उमर का शरीर पूरी तरह नष्ट
लाल किला कार ब्लास्ट में उमर का पूरा शरीर विस्फोट में चकनाचूर हो गया। पुलिस को सिर्फ— एक पैर का पंजा, और इंजन के पुर्जों में चिपका मांस मिला।
डीएनए जांच से पुष्टि हुई कि मृत व्यक्ति उमर ही था। शक है कि शरीर के अन्य हिस्से दूर जाकर गिरे और जानवर खा गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उमर के शरीर के टुकड़े 250 फीट तक और कार के पुर्जे 300-350 फीट दूर तक मिले।
कार की पीछे की सीट पर रखा था विस्फोटक
सीसीटीवी फुटेज में कार की पिछली सीट पर एक बड़ा बैग दिखा, जिसमें विस्फोटक रखा था। पुलिस के अनुसार, विस्फोटक सफेद कट्टे में भरा हुआ था।
धमाके से लाल किला चौकी की दीवार तक उखड़ गई और कार पूरी तरह नष्ट हो गई।