
नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र न्यू मुस्तफाबाद स्थित शक्ति विहार में शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात एक चार मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई. हादसा करीब 2:50 बजे हुआ, जब अधिकांश लोग नींद में थे. इस त्रासदी में अब तक 4 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 8 से 10 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
रात के सन्नाटे में गूंजा चीखों का कोलाहल
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली अग्निशमन सेवा ने तत्काल राहत अभियान शुरू किया. दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें मौके पर भेजी गईं. बचाव दल के 40 से अधिक कर्मी राहत और खोज अभियान में जुटे हैं. मलबे से अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं.
प्रशासन ने तेज़ की कार्रवाई
डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल के अनुसार, “हमें रात 2:50 बजे सूचना मिली कि एक मकान पूरी तरह से ढह गया है. एनडीआरएफ और अग्निशमन विभाग घटनास्थल पर राहत कार्य में लगे हुए हैं.” वहीं, एडिशनल डीसीपी संदीप लांबा ने बताया कि लगभग 20 लोग उस इमारत में रहते थे. 8 से 10 लोग अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं.
कैमरे में कैद हुआ हादसा
इमारत गिरने की भयावह घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जो अब सोशल मीडिया और प्रशासनिक दस्तावेज़ों में जांच के लिए उपयोग में लाई जा रही है.
पीड़ितों की करुण कथा
मृतकों में से एक के रिश्तेदार शहजाद अहमद ने बताया, “यह इमारत रात करीब 2:30 से 3 बजे के बीच गिरी. मेरे दो भतीजे की जान चली गई है. मेरी बहन, बहनोई और भतीजी घायल हैं और GTB अस्पताल में भर्ती हैं.”
प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों में खौफ
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “इस इमारत में दो बेटों के परिवार और कुछ किराएदार रहते थे. सबसे बड़ी बहू के तीन बच्चे हैं और दूसरी बहू के भी तीन. फिलहाल किसी का कुछ अता-पता नहीं है. पूरा परिवार जैसे एक पल में गायब हो गया हो.”
जांच की दिशा में अगला कदम
फिलहाल, राहत कार्य जारी है. प्रशासन द्वारा इमारत गिरने के कारणों की जांच प्रारंभ कर दी गई है. यह देखा जा रहा है कि निर्माण में कोई तकनीकी खामी थी या अनुमति के बिना निर्माण हुआ था.
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