
देवघर: देवघर पंचायत के तुरियाबेड़ा गाँव में बाहा बोंगा का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया. इस खास मौके पर सुबह से ही पूजा-पाठ के साथ नाचते-गाते नायके बाबा को विदाई दी गई. यह आयोजन विशेष रूप से स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया था.
इस उत्सव में नायके बाबा राजेश हेंम्ब्रम, मांझी बाबा सुनील हेंम्ब्रम, हुडिञ मांझी बसु हांसदा, दिकू मुर्मू, जोग मांझी माताल टुडू, टेंडो राजा हांसदा, गौर हेंब्रम समेत कई अन्य ग्रामीण शामिल हुए. इन सभी ने मिलकर इस त्योहार की अहमियत और परंपराओं को जीवित रखा.
साखूआ फूल की खास परंपरा
बाहा बोंगा का आयोजन हर साल नए फुल के मौसम में किया जाता है, विशेषकर जब साखूआ के फूल खिलते हैं. इस दिन पूजा के बाद, सभी लोग इस खास फूल को अपने कानों में लगाते हैं. यह परंपरा इस त्योहार का अभिन्न हिस्सा है और इसका विशेष महत्व है.
स्थानीय संस्कृति को संजोने का अवसर
यह आयोजन तुरियाबेड़ा गाँव के स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है. इस आयोजन के माध्यम से वे अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों को संरक्षित करते हैं. यह त्यौहार न केवल सामूहिक एकता का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीणों की सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजने का काम करता है.
हम इस आयोजन के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर सभी ग्रामीणों और आयोजकों को बधाई देते हैं. यह आयोजन स्थानीय संस्कृति और परंपरा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगा.
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