देवघर: पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केएन त्रिपाठी शुक्रवार को देवघर पहुंचे और बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों के भ्रष्टाचार और कामकाज पर सवाल उठाए।
केएन त्रिपाठी ने कहा कि राज्य की ब्यूरोक्रेसी हेमंत सरकार को डेमोक्रेटिक सरकार नहीं समझ कर ब्यूरोक्रेटिक सरकार मान रही है। इसके चलते कई अधिकारी भ्रष्टाचार को अपना अधिकार मानते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के कई जिलों में बीडीओ, सीओ, थाने प्रभारी और डिप्टी कलेक्टर अपनी निजी कमाई में व्यस्त हैं। त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे अधिकारियों को रोकना और उनके माइंडसेट को बदलना जरूरी है, ताकि आम जनता शोषण से मुक्त हो सके।
बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि वहां महागठबंधन के साथ बड़ा वर्ग है और लोग बदलाव चाहते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार लंबे समय से सीएम हैं, और जनता चाहती है कि काम करने का तरीका बदले। त्रिपाठी के अनुसार, महागठबंधन की सरकार आने से विकास की गति तेज होगी और प्रशासनिक कामकाज में सुधार आएगा।
केएन त्रिपाठी ने कहा कि प्रशांत किशोर (पीके) का ग्राफ चुनाव न लड़ने के कारण गिर गया। उनका मानना है कि पीके को चुनाव लड़ना चाहिए था। चुनाव न लड़ने से पीके नेपत्थ्य में चले गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि वोट मैनिपुलेशन नहीं हुआ, तो बिहार में महागठबंधन की स्थिति मजबूत रहेगी।
इस अवसर पर कांग्रेस जिला मीडिया चेयरमैन बृजभूषण राम समेत कई पार्टी नेता भी मौजूद थे।
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