
जमशेदपुर: जिला प्रशासन की पहल पर धालभूम क्लब, जमशेदपुर में शुक्रवार को एक दिवसीय आम उत्सव सह बागवानी मेला 2025 का भव्य आयोजन हुआ. इस मेले का उद्देश्य जिले में आम की खेती को उच्च स्तर पर प्रोत्साहित करना तथा स्थानीय उत्पाद को देश और विदेश के बाजारों तक पहुँचाना था.
जिले के बोड़ाम, पटमदा, मुसाबनी और चाकुलिया सहित कई प्रखंडों से आए किसानों ने अपनी खेती की प्रदर्शनी प्रस्तुत की. खासतौर पर आम्रपाली, लंगड़ा, हिमसागर, फज़ली और दशहरी जैसी प्रजातियों के आमों की रंग-बिरंगी झलक ने दर्शकों को आकर्षित किया.
यह आयोजन किसानों के लिए सीधा बाज़ार से जुड़ने का अवसर भी बनकर उभरा.
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान तथा कई अन्य वरीय पदाधिकारियों ने किसानों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया. उन्होंने किसानों से फसल की गुणवत्ता, तकनीकी चुनौतियों और विपणन विकल्पों पर बातचीत की.
मेले के दौरान प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
किन किसानों को मिला सम्मान?
इस कार्यक्रम में आम उत्पादन में उल्लेखनीय योगदान देने वाले निम्न किसानों को जिला प्रशासन ने सम्मानित किया:
दिनबंधु महतो (बोड़ाम)
अशोक महतो (पटमदा)
हेमंत गिरि (मुसाबनी)
मनेन्द्रनाथ महतो (चाकुलिया)
अब्दुल हमिद खान (फल निर्यातक)
इन किसानों की मेहनत को पहचान मिलने से स्थानीय स्तर पर प्रेरणा का वातावरण बना है.
आम उत्सव का उद्देश्य सिर्फ प्रदर्शन नहीं, बल्कि व्यावसायिक संभावनाओं को सशक्त करना भी है. पहले जहां किसान अपनी उपज को ओने-पौने दामों में बेचने को मजबूर थे, अब उन्हें इस आयोजन से न्यायोचित मूल्य और बेहतर विपणन प्रणाली मिलने की उम्मीद है.
बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत जिले में आम की पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. प्रशासन का कहना है कि आगामी समय में किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण, प्रसंस्करण यूनिट, कोल्ड स्टोरेज और एक्सपोर्ट नेटवर्क से भी जोड़ा जाएगा.
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