
खूंटी : खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल से पुलिस ने पीएलएफआई (प्रत्येक लेवी वसूली और हिंसा फैलाने वाली नक्सल संगठन) के पांच उग्रवादियों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया है. इन उग्रवादियों ने क्षेत्र में दहशत फैलाने और लेवी वसूली करने के लिए योजनाएं बनाई थीं, जिन्हें खूंटी पुलिस ने नाकाम कर दिया.
गिरफ्तार उग्रवादियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों में रांची जिले के इटकी थाना अंतर्गत तरगड़ी गांव के पवन कुमार उर्फ पवन महतो (26 वर्ष), करमा बारला (38 वर्ष), रामगढ़ जिले के मांडू थाना अंतर्गत इटमा मोड़ कुजू के निवासी सेन्टू सिंह (20 वर्ष), पतरातू के हेहल बड़काकाना के निवासी अभय कुमार सिंह उर्फ अमन सिंह (22 वर्ष) और दीपक मुंडा (20 वर्ष) शामिल हैं.
पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी
इस गिरफ्तारी की जानकारी तोरपा थाना में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा ने दी. उन्होंने बताया कि पुलिस को उग्रवादियों के पास से एक देसी कारबाइन, एक मैग्जीन, एक जिंदा गोली, छह पीएलएफआई के पर्चे, चार बाइक, पांच मोबाइल फोन और एक बैग बरामद हुआ है.
सूचना मिलते ही पुलिस टीम का गठन
8 मार्च की शाम को एसपी अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के उग्रवादी कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल में एक बैठक आयोजित करने वाले हैं. इस बैठक में संगठन के विस्तार, लेवी वसूली और ठेकेदारों के साइट पर फायरिंग कर दहशत फैलाने की योजना थी.
इस सूचना के आधार पर एसपी अमन कुमार ने तोरपा के एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की. इस टीम में तोरपा के पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल, कर्रा थाना के सब इंस्पेक्टर दीपक कांत कुमार और पुलिस बल के अन्य जवान शामिल थे.
पुलिस ने उग्रवादियों को घेरकर दबोचा
एसपी के निर्देशानुसार पुलिस टीम ने रोन्हे जंगल में पहुंचकर उग्रवादियों को चारों ओर से घेर लिया और उन्हें दबोच लिया. रविवार को ही गिरफ्तार उग्रवादियों को जेल भेज दिया गया.
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