
जमशेदपुर : जमशेदपुर के ग्रेजुएट कॉलेज में विभिन्न भाषा विभागों के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज की प्राचार्या डॉ. वीणा सिंह प्रियदर्शी उपस्थित थीं। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुआ । प्राचार्या ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन में मातृभाषा की आवश्यकता क्यों है और हम मातृभाषा का संरक्षण कैसे करें इस पर चिन्तन करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं ने अपनी मातृभाषा भोजपुरी, मगही, मैथिली, संथाली, मुंडारी, बांग्ला, उड़िया, खोरठा, पंचपरगनियां, हिन्दी, उर्दू, संस्कृत आदि में अपनी-अपनी भावनाएं व्यक्त की। छात्राओं और शिक्षकों ने इस अवसर पर लोकगीत, कविता इत्यादि का भी गायन किया।
इसे भी पढ़ें : Jadugora : विधायक संजीव सरदार ने रंकिनी मंदिर के सौंदर्यीकरण का किया शिलान्यास
कार्यक्रम का विषय प्रवेश सह स्वागत भाषण संस्कृत विभागाध्यक्ष सह कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. अर्चना सिन्हा ने किया। हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो राकेश पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा कि मातृभाषा से ही संस्कृति का विकास होता है अतः सभी मातृभाषा का संवर्धन करें । प्रो. डोरिस दास ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये।सभी शिक्षकों एवं छात्राओं द्वारा अपनी -अपनी मातृभाषा में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया । कार्यक्रम का संचालन हिन्दी प्रतिष्ठा सेमेस्टर 1 की छात्रा नंदनी सेन तथा धन्यवाद ज्ञापन उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ फ़िरदौस जबीन ने किया।
समारोह में प्रमुख रूप से प्रो. प्रतिमा सिन्हा, डॉ. अनामिका, , डॉ. सुशीला हांसदा, डॉ. सुनीता बंकिरा, डॉ. लाड़ली कुमारी, डॉ सुलेखा, डॉ ज्योति कुमारी, डॉ. मीनू वर्मा, , प्रो. प्रीति सिंह, डॉ. रानी सिंह, डॉ.पूनम ठाकुर, प्रो.इंदू सिन्हा, डॉ सोनी समेत स्नातक, स्नातकोत्तर, और बीएड की छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।