नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राजधानी के युवाओं को सीधे शासन और नीति-निर्माण से जोड़ने के लिए “विकसित दिल्ली मुख्यमंत्री इंटर्नशिप प्रोग्राम” शुरू किया है। इसकी शुरुआत सोमवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने की। इस इंटर्नशिप के लिए 9,000 से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया था। कड़े चयन की प्रक्रिया—ऑनलाइन टेस्ट, निबंध लेखन, दस्तावेज़ सत्यापन और बूट कैंप—के बाद 84 युवाओं को चुना गया है।
तीन महीने का अनुभव और स्टाइपेंड
चुने गए युवा तीन महीने तक सरकार के विभिन्न विभागों में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ काम करेंगे। इस दौरान उन्हें 20,000 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड मिलेगा। आखिरी पांच दिनों में सभी इंटर्न्स अपने अनुभव और सुझाव सरकार के साथ साझा करेंगे, जिनमें से कई को नीतियों में शामिल किया जाएगा।
पहले दिन मिला खास प्रशिक्षण
कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय और अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र शामिल हैं। पहले दिन मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, कैबिनेट मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा, डॉ. पंकज सिंह और कपिल मिश्रा ने युवाओं को प्रशिक्षण दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र सिर्फ शिकायत न करें, बल्कि समाधान का हिस्सा बनें।
युवाओं से जुड़ी बड़ी उम्मीदें
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे दिल्ली के भविष्य की नींव बताया। उन्होंने कहा कि यह इंटर्नशिप युवाओं को तकनीक और नई सोच के साथ प्रशासन में योगदान देने का अवसर देगी। सरकार भी युवाओं की सोच से सीखेगी। यह पहल दिल्ली को पेपरलेस गवर्नेंस, डेटा-ड्रिवन प्रशासन और डिजिटल इनोवेशन की दिशा में आगे ले जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये इंटर्न्स कल के नेता साबित होंगे और विकसित दिल्ली के एंबेसडर बनेंगे।
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