
देवघर: इंटक जिलाध्यक्ष अनंत मिश्रा और झारखंड प्रदेश इंटक के सचिव अजय कुमार ने एम्स के निदेशक डॉ. सौरभ वार्ष्णेय से मुलाकात की है. इस दौरान नेताओं ने एम्स में बाहरी लोगों की बहाली पर रोक लगाने की मांग की.
विस्थापित परिवारों की स्थिति
उन्होंने कहा कि विस्थापित परिवार के सदस्यों को बहाली में प्राथमिकता दी जानी चाहिए, क्योंकि उनकी जमीन पर एम्स का निर्माण हुआ है. इससे विस्थापितों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है, और उन्हें काम की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की अपील
नेताओं ने झारखंड सरकार के निर्णय के अनुसार 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को बहाली में प्राथमिकता देने की बात भी कही. इसके साथ ही, उन्होंने मांग की कि निबंधित और गैर निबंधित गोचर की जो जमीन एम्स द्वारा ली गई है, उसके बदले एम्स को हर हाल में गोचर जमीन उपलब्ध करानी चाहिए.
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