
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के हाथीविंदा पंचायत के पांच गांवों की तीन हजार की आबादी पिछले पांच दिनों से अंधेरे में डूबी हुई है. बिजली की आपूर्ति ठप होने से ग्रामीणों में गुस्सा बढ़ गया है, और बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है.
बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा
जादूगोड़ा बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर द्वारा की गई बेतुकी बयानबाजी और झूठे आश्वासन से ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया है. ग्रामीणों ने महिला नेत्री छवि रानी महतो और विश्वनाथ महतो के नेतृत्व में नारायणपुर गांव में विरोध प्रदर्शन कर अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने पोटका विधायक संजीव सरदार और सांसद विद्युत महतो से जल्द बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग उठाई है.
स्कूलों के बच्चे भी हैं परेशान
नारायणपुर गांव के मनसा कुमार महतो, विश्वनाथ महतो, नरेंद्रनाथ महतो, खरोद चंद्र महतो और अन्य ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र के लोग बिजली बिल समय पर चुकाते हैं, लेकिन उन्हें बिजली नहीं मिल रही है. यहां तीन स्कूल हैं – विद्या निकेतन, तुलसी छवि पब्लिक स्कूल, जहां के छात्र पिछले 17 मार्च को आए तूफान के बाद से बिजली के बिना पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
घटिया विद्युत पोल और बिजली की अनुपलब्धता
ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में लगाए गए घटिया विद्युत पोल जमीन से उखड़ गए हैं, और पिछले पांच दिनों से तीन हजार की आबादी अंधेरे में जीने को मजबूर है. इसके अलावा, ग्रामीण दूसरे गांवों में जाकर मोबाइल चार्ज कर रहे हैं.
बिजली विभाग की स्थिति और ग्रामीणों का विरोध
बिजली विभाग अब संवेदक के सहारे काम चला रहा है और कम मैन पावर की कमी का सामना कर रहा है, जिससे लोग अब त्रस्त हो चुके हैं. ऐसे में यह देखना होगा कि बिजली विभाग किस प्रकार विद्युत आपूर्ति को बहाल कर पाता है और ग्रामीणों के गुस्से को शांत करता है.
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