
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा के मेंचुआ गांव निवासी मंगल सोरेन द्वारा भाटीन पंचायत में मनरेगा कार्यों में कथित गड़बड़ियों को लेकर सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मांगी गई रिपोर्ट समय पर न मिलने पर मामला अब जिला ग्रामीण विकास विभाग के प्रथम अपीलीय अधिकारी, जमशेदपुर के समक्ष पहुंच गया है. इस मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को निर्धारित की गई है.
रिपोर्ट मांगने पर भी नहीं मिली जानकारी
मंगल सोरेन ने वर्ष 2022 से 2024 के बीच 14वीं व 15वीं वित्त आयोग से संचालित मनरेगा योजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. परंतु संबंधित अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट न सौंपी जाने और लगातार टालमटोल करने को लेकर उन्होंने प्रथम अपील दायर की.
पूर्व मुखिया ने भी लगाए गंभीर आरोप
क्षेत्र के पूर्व मुखिया खेला राम मुर्मू ने भी मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि भाटीन पंचायत के विभिन्न गांवों – भाटीन, मेचुआ, झरिया और टीलाई टॉड – में मनरेगा योजनाओं में व्यापक अनियमितता हुई है. उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट अब तक पंचायत लोकपाल अरुणा अभाकर को भी नहीं सौंपी गई है, जो चिंता का विषय है.
धमकी की शिकायत, सुरक्षा की मांग
इस पूरे मामले को उजागर करने वाले मंगल सोरेन ने बताया कि उन्हें मनरेगा से जुड़े कुछ लोगों द्वारा धमकाया गया है. उन्होंने इस संबंध में जादूगोड़ा थाना और जमशेदपुर के सीनियर एसपी को शिकायत देकर उचित कार्रवाई की मांग की है. साथ ही उन्होंने अपनी सुरक्षा की गुहार भी लगाई है.
रिपोर्ट नहीं मिलने पर हाईकोर्ट जाने की चेतावनी
पूर्व मुखिया खेला राम मुर्मू ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि अगली सुनवाई में भी रिपोर्ट नहीं सौंपी जाती है, तो वे रांची हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
यह मामला न केवल पंचायत स्तर की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि सूचना के अधिकार की सार्थकता और आम नागरिक की सुरक्षा की गारंटी को भी चुनौती देता है.
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