
जादूगोड़ा: झारखंड में संथाली भाषा के संवर्धन और शिक्षण के लिए समर्पित संस्था आसेका झारखंड द्वारा संचालित बोर्ड ऑफ संथाली एजुकेशन की ग्रीष्मकालीन सत्र की ओलचिकी परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है।
परीक्षा 7, 8 और 9 जून को आयोजित की गई थी, जिसमें राज्य भर के 15 केंद्रों पर 500 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
परीक्षा परिणाम घोषित करते हुए आसेका के महासचिव शंकर सोरेन ने कहा कि इस बार का परिणाम अत्यंत उत्साहवर्धक है। 97 प्रतिशत छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी में सफल हुए, जबकि शेष 3 प्रतिशत द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।
उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं की भागीदारी इस बार विशेष रूप से सराहनीय रही, जिससे यह संकेत मिलता है कि संथाली भाषा और संस्कृति के प्रति जागरूकता और सम्मान का भाव समाज में गहराता जा रहा है।
परीक्षा संरचना और स्तर
शंकर सोरेन ने जानकारी दी कि आसेका वर्ष में दो बार—जून और दिसंबर—में ओलचिकी परीक्षा का आयोजन करती है। परीक्षाएं चार स्तरों पर होती हैं:
Lower स्तर (पाँचवीं तक)
Higher स्तर (आठवीं तक)
मैट्रिक स्तर
प्लस-2 स्तर
प्रत्येक संकाय में प्राप्त अंकों के आधार पर क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान घोषित किए जाते हैं। गौरतलब है कि ओलचिकी लिपि और संथाली भाषा को बढ़ावा देने की दिशा में आसेका की यह पहल सांस्कृतिक अस्मिता और भाषाई अधिकारों के संरक्षण का सशक्त माध्यम बनती जा रही है।
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