
जमशेदपुर: उपायुक्त-सह-अध्यक्ष अनन्य मित्तल के निदेशानुसार समाहरणालय सभागार में जिला ई-गवर्नेंस सोसाईटी की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में कॉमन सर्विस सेंटर, झारसेवा, विभिन्न प्रमाण पत्र, यूआईडी, भारतनेट, ई-हॉस्पिटल, झारनेट और अन्य बिंदुओं पर क्रमवार समीक्षा की गई.
बैठक के प्रमुख बिंदु
बैठक में मुख्य रूप से आम जनता को प्रदान की जाने वाली विभिन्न सरकारी सेवाओं को पंचायत भवनों में डिजिटली सशक्त बनाने और अधिक से अधिक सुविधाएं जनता तक सुगमता से पहुंचाने पर विचार-विमर्श किया गया. सभी पंचायतों में कार्यरत प्रज्ञा केंद्र संचालकों को एक सप्ताह के अंदर बी.सी आईडी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. साथ ही, बेहतर कार्य करने और जनता को अधिकतम सहयोग प्रदान करने की दिशा में निर्देश जारी किए गए.
झारसेवा और प्रमाण पत्रों पर ध्यान केंद्रित
बैठक में झारसेवा पोर्टल के माध्यम से आय, जाति, और अन्य प्रमाण पत्रों से संबंधित कार्यों की समीक्षा की गई और जिले में सीएससी के माध्यम से संचालित आधार केंद्रों में त्रुटियों के समाधान हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए. समीक्षा के दौरान साकची मंडल कारा में झारनेट के माध्यम से इंटरनेट कनेक्टिविटी की स्थिति पर ध्यान दिया गया और जल्द से जल्द वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया गया. इसके अतिरिक्त, पंचायत भवनों में भारतनेट की सुविधा को सुदृढ़ बनाने और उसके अधिकतम उपयोग हेतु बीएसएनएल के प्रतिनिधि को दिशा-निर्देश दिए गए. बैठक में विभिन्न सरकारी कार्यालयों में झारनेट की स्पीड में सुधार लाने के लिए झारनेट इंजीनियर को भी निर्देश दिए गए.
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस बैठक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी रिंकू कुमारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी किशोर प्रसाद, कार्यपालक दण्डाधिकारी सुदिप्त राज, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मनीष कुमार प्रसाद, अपर जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी पूनम वर्मा, सीएससी मैनेजर, डिजिटल पंचायत परियोजना के जिला प्रबंधक, पंचायती राज विभाग और नेटवर्क इंजीनियर (झारनेट सेल), बीएसएनल के प्रतिनिधि सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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