
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी के बैनर तले एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे के नेतृत्व में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने जमशेदपुर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार तथा आदित्यपुर प्रमंडल के अभियंता सुमित कुमार को जिले के 11 प्रखंडों में 112 से अधिक खराब जलमीनारों की स्थिति से अवगत कराया.
संवेदक को जिम्मेदारी, लेकिन निगरानी शून्य
प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों को बताया कि जलमीनार निर्माण के समय संवेदकों को पांच वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी दी जाती है. इसके बावजूद मरम्मत नहीं हो रही है और विभागीय स्तर पर संवेदकों की कोई जवाबदेही तय नहीं की गई है. नतीजतन, ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की भीषण किल्लत उत्पन्न हो गई है.
ये क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित
जिले के पटमदा, बोडाम, पोटका, चाकुलिया, बहरागोड़ा, गुड़ाबांदा, धालभूमगढ़, घाटशिला, मुसाबनी, डुमरिया एवं जमशेदपुर प्रखंड के कई पंचायतों व टोलों में जलमीनार स्थापित हैं, पर अधिकांश जलमीनार खराब सोलर सिस्टम या मरम्मत के अभाव में बंद पड़े हैं.
कांग्रेस का स्पष्ट संदेश: मरम्मत हो शीघ्र
जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने चेताया कि भीषण गर्मी के इस मौसम में यदि जलमीनारों की शीघ्र मरम्मत नहीं कराई गई, तो जनता के आक्रोश को संभालना कठिन होगा. उन्होंने कहा कि पेयजल संकट सरकार की छवि को धूमिल कर रहा है.
मंत्री से होगी सीधी शिकायत
आनन्द बिहारी दुबे ने बताया कि जल्द ही यह प्रतिनिधिमंडल झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री से मिलकर इस गम्भीर स्थिति से अवगत कराएगा. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के प्रखंड एवं मंडल अध्यक्षों ने जिन खराब जलमीनारों की सूची एवं तस्वीरें भेजी हैं, उन्हें आज संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है.
जन भागीदारी के लिए धन्यवाद
जिलाध्यक्ष ने जिला कांग्रेस कार्यालय को जलमीनारों की सूचनाएं उपलब्ध कराने वाले सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया.
इस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश कुमार तिवारी, खगेनचंद्र महतो, सुरेश धारी, लखिंदर करुवा, नलिनी सिन्हा, राजा ओझा, आशीष ठाकुर, मुन्ना मिश्र, नारायण डे, रंजन सिंह, रंजीत सिंह, सुशील घोष, सरत चंद्र महतो सहित कई कांग्रेस नेता शामिल रहे.
इस संबंध में जानकारी जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष संजय सिंह आज़ाद ने दी.
इसे भी पढ़ें : East Singhbhum: जिले को जनजातीय सेवा केंद्रों का तोहफा—एक ही छत के नीचे मिलेंगी शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका की सुविधाएं