Jamshedpur: पाँच दिनों से बूंद-बूंद पानी को तरस रही 20 हजार की आबादी, प्रतिनिधिमंडल ने DDC से की मुलाकात

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जमशेदपुर: बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जमशेदपुर उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान से मुलाकात की और क्षेत्र की समस्याओं को लेकर विस्तृत ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा युवा मोर्चा के बागबेड़ा मंडल महामंत्री मनोज सिंह, समिति के संयोजक विनोद राम, महिला मोर्चा की संयोजक पवित्रा पांडे, ओबीसी मोर्चा के सुरेश प्रसाद सहित कई अन्य सदस्य शामिल थे।

सुबोध झा ने बताया कि पिछले पाँच दिनों से बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी की 1140 आवासों में लगभग 20,000 लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं। पंचायत और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की लापरवाही के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।

झा ने आरोप लगाया कि मुखिया राजकुमार गौड़ और उमा मुंडा, लोगों को अधूरी और भ्रामक जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं। कॉलोनीवासी अब धैर्य की सीमा पार कर चुके हैं।

सोमवार को आदित्यपुर के ज्योति वर्कशॉप से पंप की मरम्मत कर उसे वापस लाया गया। लेकिन बिना विभागीय अनुमति के, मुखिया द्वारा स्थानीय अकुशल मिस्त्री से पंप फिटिंग करवाई गई, जिससे पंप क्षतिग्रस्त हो गया।
पुनः मंगलवार को पंप को वापस वर्कशॉप भेजा गया। इस कारण आज भी कॉलोनी में जलापूर्ति नहीं हो पाई।

विनोद राम और पवित्रा पांडे ने कहा कि यदि विभागीय अधिकारियों की निगरानी में कुशल मिस्त्री से कार्य होता, तो आज बागबेड़ा को पानी मिल रहा होता।

गायब हुआ स्पेयर मोटर, मुखिया पर गंभीर आरोप
प्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया कि पंप हाउस में रखा गया स्पेयर मोटर भी रहस्यमय ढंग से गायब हो गया है, जिसके लिए मुखिया को जिम्मेदार ठहराया गया।
यदि वह मोटर मौजूद होता तो जल संकट से राहत संभव थी।

पूरे मामले को सुनने के बाद डीडीसी अनिकेत सचान ने जल्द से जल्द जलापूर्ति बहाल करने और जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे त्वरित हस्तक्षेप कर समस्या का समाधान करें।

मनोज सिंह ने क्षेत्र में सफाई व्यवस्था की बदहाली का मुद्दा उठाया। इस पर डीडीसी ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक मुखिया को दो सफाई टोली दी गई है, जिनका उपयोग वे अपने क्षेत्र में सुनिश्चित करें। सुबोध झा ने कहा कि पंचायत प्रणाली से योजनाओं का संचालन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। उन्होंने मांग की कि बागबेड़ा के सातों पंचायतों को जुगसलाई नगर परिषद में शामिल किया जाए, या बागबेड़ा को स्वतंत्र नगर परिषद का दर्जा दिया जाए, ताकि लोगों को मौलिक सुविधाएं बेहतर ढंग से मिल सकें। डीडीसी ने बताया कि राशन दुकानों द्वारा की जा रही अनियमितताओं की भी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिनिधिमंडल में सुबोध झा, विनोद राम, मनोज सिंह, विक्की कुमार, पवित्रा पांडे, श्यामू मिश्रा, सुरेश प्रसाद, अनीता देवी, विनोद सिंह, रंजीत कुमार, सुनीता बनर्जी, ललिता देवी, निरंजन शर्मा, अखिलेश कुमार, संजीत कुमार, अनिता कुमारी सहित अनेक लोग शामिल थे।

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