
जमशेदपुर: जमशेदपुर क्वीयर सर्कल (JQC) द्वारा बुलेवार्ड होटल, जमशेदपुर में आयोजित लीगल लिटरेसी वर्कशॉप सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। यह कार्यक्रम C19 RM KP ग्रांट प्रोजेक्ट के अंतर्गत Plan India और The Humsafar Trust के सहयोग से तथा The Global Fund द्वारा वित्तपोषित था।
कार्यशाला का उद्देश्य LGBTQIA+ समुदाय के कानूनी अधिकारों और संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम में 50 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें समुदाय के सदस्य, कानूनी विशेषज्ञ एवं युवा नेता थे।
केंद्रीय प्रवक्ता, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कुनाल सारंगी, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा, “समानता, गरिमा और न्याय हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। LGBTQIA+ समुदाय के अधिकारों के प्रति जागरूकता और न्याय सुनिश्चित करने के ऐसे प्रयास अत्यंत आवश्यक हैं।”
कार्यशाला का शुभारंभ पुष्पा एवं ऋषिका के स्वागत भाषण से हुआ। इसके बाद JQC के संस्थापक सौविक साहा ने भारत में LGBTQIA+ समुदाय के कानूनी परिवर्तनों पर विस्तार से चर्चा की।
झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के प्रतिनिधि और डॉन हंसर ने ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 तथा भारतीय न्याय संहिता से संबंधित महत्वपूर्ण कानूनी जानकारियाँ साझा कीं।
ऋषिका ने NALSA बनाम भारत सरकार और धारा 377 जैसे ऐतिहासिक निर्णयों पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।
कार्यशाला के अंतर्गत प्रतिभागियों ने समूह चर्चा में अपनी कानूनी चुनौतियाँ साझा कीं और समाधान पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम का समापन सौविक और पुष्पा द्वारा “वे फॉरवर्ड” सत्र, अनुभव साझा करने और फीडबैक फॉर्म भरवाने के साथ हुआ।
कार्यक्रम के बाद सभी प्रतिभागियों के लिए सामूहिक भोजन और समूह फोटो से इस प्रेरणादायक दिन का समापन हुआ।
यह वर्कशॉप LGBTQIA+ समुदाय के लिए कानूनी सशक्तिकरण और न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
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