
जमशेदपुर: जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र में एक गर्भवती महिला के साथ कथित रूप से यातायात पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की घटना ने आम जनता में आक्रोश उत्पन्न कर दिया है. जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्वी सिंहभूम जिला प्रवक्ता आकाश शाह ने इस विषय पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अत्यंत निंदनीय और अमानवीय बताया है. प्रवक्ता आकाश शाह के अनुसार, हेलमेट चेकिंग के नाम पर जमशेदपुर की यातायात पुलिस जनता के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जनता की सुरक्षा का दायित्व संभाल रही पुलिस ही अब असुरक्षा की प्रतीक बनती जा रही है?
यातायात डीएसपी के आदेश हवा में?
शाह ने यह भी कहा कि यातायात डीएसपी द्वारा सीसीटीवी युक्त क्षेत्रों में ही चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था. लेकिन यह निर्देश जमीनी स्तर पर लागू होता नहीं दिख रहा. नतीजा यह है कि आए दिन जनता और पुलिस के बीच टकराव की घटनाएं सामने आ रही हैं. बागबेड़ा की ताज़ा घटना इसका एक दुखद उदाहरण है. प्रवक्ता ने वरीय पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि इस मामले की शीघ्र जांच करवाई जाए. यदि पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएं तो उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. साथ ही, हेलमेट अनिवार्यता को लेकर आम जनता में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान भी शुरू किया जाए ताकि कानून का पालन भय के नहीं, समझदारी के आधार पर हो.
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