Jamshedpur : मानगो ननि के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी कभी कभार ही आते हैं कार्यालय, जनहित के ढेरों कार्य पड़ें हैं लंबित

Spread the love

मानगो विकास समिति उपायुक्त से मिलकर समस्याओं की देगी जानकारी- ओंकारनाथ सिंह

जमशेदपुर : मानगो विकास समिति ने मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी व उनके अधीनस्थ कर्मचारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। समिति का मानना है कि नगर निगम मानगो वासियों पर एक बोझ के सिवा कुछ भी नहीं है। निगम के वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी का चार्ज सम्हाल रहे कृष्ण कुमार कभी कभार ही कार्यालय आते हैं। अधिकतर समय नदारत रहते हैं। वे अपना काम अपने अधीनस्थ कर्मचारियों श्री टिर्की और आकिब जावेद के माध्यम से संचालित करवा रहे हैं। कार्यालय में अधिकारी के नहीं रहने के कारण कर्मचारी लापरवाही दिखा रहे हैं। सबसे बड़ी आवश्यकता मानगो नगर निगम के वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रहे कृष्ण कुमार को अविलम्ब विरमित कर पूर्णकालिक कार्य पालक पदाधिकारी की नियुक्ति है। कृष्ण कुमार मानगो नगर निगम में समय ही नहीं दे पा रहे हैं। वे साकची जेएनएसी कार्यालय में बैठ रहे हैं। समिति के अध्यक्ष ओंकारनाथ सिंह एवं अन्य पदाधिकारियों ने मानगो नगर निगम के कार्यालय में उनसे मिलने की कोशिश की पर हर बार उन्हें नदारत पाया। जब अधीनस्थ अधिकारियों से मानगो नगर निगम का कार्य संचालित होगा या हो रहा है तो फिर कार्यपालक पदाधिकारी की क्या आवश्यकता ?

इसे भी पढ़ें : Jamshedpur: नि:शुल्क कांवर यात्रा का पंजीयन कार्य पूरा, 572 महिलाएं – 428 पुरुष कांवरिया 25 जुलाई को होंगे रवाना

स्ट्रीट लाइट की सैकड़ों शिकायतें, कार्रवाई नगण्य

ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि जब उच्चाधिकारी ही नदारत रहेंगे तो अधीनस्थ तो लापरवाही करेंगे ही। ओंकारनाथ सिंह ने बताया कि स्ट्रीट लाइट बनाने के लिए सैकड़ों शिकायतें महीनों से निगम कार्यालय में पड़ी हैं। पूछने पर पता चलता है कि सामान उपलब्ध नहीं है। जब ऐसा है तो निगम कार्यालय के बाहर मोटे अक्षरों में सूचना क्यों नहीं लिख दी जाती कि सामान उपलब्ध होने पर ही शिकायत का निस्तारण किया जाएगा। इसी तरह क्षेत्र में साफ सफाई का बुरा हाल है। जितनी संख्या में सफाई कर्मचारी होने चाहिए उससे काफी कम लोगों से काम कराया जा रहा है पेयजल संकट कई इलाकों की लाइलाज समस्या बन गई है।ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता हैं कि मानगो नगर निगम अपने कार्यों प्रति लापरवाह है या इच्छा शक्ति की कमी है। समिति जल्द ही उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम से मिलकर समस्याओं से उन्हें अवगत कराएगी और इनके निदान हेतु आग्रह करेगी ताकि एक स्वस्थ कार्यशैली विकसित हो और अधिकारी अपना कर्तव्य पालन सही ढंग से कर सकें।

इसे भी पढ़ें : Jamshedpur: जमशेदपुर बना देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर!, झारखंड से हुआ था एकमात्र नामांकन


Spread the love

Related Posts

Raksha Bandhan 2025: किस दिशा में बैठकर बांधें राखी? कितनी गांठें होती हैं शुभ – जानिए रक्षाबंधन के जरूरी नियम

Spread the love

Spread the loveजमशेदपुर:  रक्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते का खास दिन है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसकी लंबी…


Spread the love

Deoghar Sharavani Mela 2025: सावन की अंतिम सोमवारी, कांवरियों की 5 किमी लंबी कतार से गूंजा देवघर – देखें Video

Spread the love

Spread the loveदेवघर:  श्रावण मास की अंतिम सोमवारी पर देवघर का बाबा बैद्यनाथ धाम श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। मंदिर की ओर बढ़ती कांवरियों की कतार नंदन पहाड़ पार कर…


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *