
जमशेदपुर: परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति इन दिनों सुरक्षा संकट से जूझ रही है. समिति की सुरक्षा में तैनात निजी एजेंसी का करार समाप्त हो जाने के कारण अब मंडी पूरी तरह सुरक्षा विहीन हो गई है. इसको लेकर सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने झारखंड सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.
सुरक्षा गार्ड हटते ही मंडी असुरक्षित
सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष (ट्रेड एंड कॉमर्स) अनिल मोदी ने बताया कि परसुडीह मंडी परिसर में लगभग 150 दुकानें और गोदाम स्थित हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए पहले दो द्वारों पर गार्ड तैनात रहते थे. बावजूद इसके अतीत में चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं.अब जब सुरक्षा गार्ड पूरी तरह हटा लिए गए हैं, व्यापारी समुदाय भयभीत है कि असामाजिक तत्व दीवार फांदकर या ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दे सकते हैं. सुरक्षा कर्मियों की अनुपस्थिति में उनका मनोबल बढ़ सकता है.
कृषि मंत्री को लिखा गया पत्र
अनिल मोदी ने झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की को पत्र लिखकर परसुडीह मंडी में तत्काल सुरक्षा गार्ड की तैनाती की मांग की है. उन्होंने मंडी परिसर के मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की भी अनुशंसा की है ताकि सुरक्षा चाक-चौबंद बनाई जा सके.
मंडी व्यापारियों की मांग : सुरक्षा को मिले प्राथमिकता
अनिल मोदी ने कहा कि मंडी के व्यापारी अब भगवान भरोसे हैं और किसी भी रात बड़ी चोरी की वारदात घट सकती है. सरकार को चाहिए कि इस विकट परिस्थिति में तत्काल निर्णय लेकर मंडी की सुरक्षा को प्राथमिकता में ले.उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते सुरक्षा व्यवस्था बहाल नहीं की गई, तो यह मंडी के व्यापारिक माहौल पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है.
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