जमशेदपुर: समाजवादी चिंतक और वरीय अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने कहा कि सामाजिक न्याय के प्रतीक लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इसका जवाब बिहार की जनता आने वाले चुनाव में देगी।
पप्पू ने आरोप लगाया कि आईआरसीटीसी होटल टेंडर केस में ईडी और सीबीआई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर कार्रवाई कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि लालू यादव परिवार ही देश का एकमात्र राजनीतिक परिवार है जो आरएसएस और भाजपा की सामंतवादी और सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ डटकर लड़ रहा है।
पप्पू ने कहा, भाजपा को यह गलतफहमी है कि जैसे उसने कई नेताओं को ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के दबाव में झुकाया या दल बदलवाया, वैसे ही वह लालू परिवार को भी दबा लेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ की यह मंशा कभी पूरी नहीं होगी, क्योंकि बिहार का पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज आज भी लालू परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है।
सुधीर पप्पू ने कहा कि हर चुनाव से पहले लालू परिवार को अदालतों और जांच एजेंसियों के माध्यम से घेरने की साजिश रची जाती है, ताकि उनकी छवि को खराब किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस बार भी वही खेल दोहराया जा रहा है, लेकिन जनता सब समझती है और इसका जवाब मतदान से देगी।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव उस समय नाबालिग थे, फिर भी उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत इस केस में फंसाया गया। पप्पू ने कहा कि 2020 के चुनाव में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और 2025 में बिहार की जनता उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार है।
सुधीर कुमार पप्पू ने विश्वास जताया कि ईडी और सीबीआई के झूठ अदालत में बेनकाब होंगे और लालू यादव परिवार को न्याय मिलेगा।
उन्होंने कहा, “यह लड़ाई केवल लालू परिवार की नहीं, बल्कि देश के उन सभी लोगों की है जो सामाजिक न्याय और बराबरी के हक में खड़े हैं।”
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