झाड़ग्राम: साधु रामचाँद मुर्मू विश्वविद्यालय में सोमवार सुबह छात्र-छात्राओं ने मुख्य गेट पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आंदोलन का मुख्य कारण स्नातकोत्तर सेमेस्टर फीस और गार्ल्स हॉस्टल फीस में कटौती की मांग थी। छात्र संगठन भारत जाकात सांताड़ पौठुओवौ गांवता यूनिट के सैकड़ों सदस्य विश्वविद्यालय प्रशासन का घेराव भी कर रहे थे।
छात्र संगठन का आरोप है कि एमए (इतिहास–ओलचिकी) कोर्स की चार सेमेस्टर की कुल फीस 10,610 रुपये है, जबकि विद्यासागर विश्वविद्यालय में यही कोर्स केवल 2,665 रुपये में उपलब्ध है। संगठन का कहना है कि चार गुना अधिक फीस वसूली जा रही है, जो अस्वाभाविक और अन्यायपूर्ण है।
इसके साथ ही गार्ल्स हॉस्टल की 3,000 रुपये मासिक फीस भी छात्रों के लिए बहुत ज्यादा है। संगठन का कहना है कि अधिकांश छात्र आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े परिवारों से आते हैं, इसलिए इतनी ऊँची फीस उनके लिए भारी बोझ है।
छात्र मांगें
एमए कोर्स की फीस विद्यासागर विश्वविद्यालय के स्तर तक कम की जाए।
गार्ल्स हॉस्टल की मासिक फीस घटाई जाए।
विश्वविद्यालय में स्थायी सुविधाएं और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए।
आंदोलनकारियों का कहना है कि वसूली जा रही राशि के मुकाबले विश्वविद्यालय की सुविधाएं और अधोसंरचना बेहद कमजोर हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन परिसर की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। छात्रों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगे पूरी होने तक धरना और घेराव जारी रहेगा।