Jharkhand: राज्य में भू-धंसान से हड़कंप, 25 फीट गहरी खाई में गिरी कोल कंपनी की गाड़ी

धनबाद:  धनबाद के कतरास कोलियरी क्षेत्र में शुक्रवार को बड़ा हादसा हुआ। बट्टुबाबू बंगले के पास अचानक जमीन धंस गई, जिससे 6-7 मजदूर घायल हो गए और कई घर जमींदोज हो गए। हादसे में कई मवेशियों की भी मौत हो गई। इसी दौरान कोल कंपनी का एक सर्विस वाहन भी 25 फीट गहरी खाई में जा गिरा।

घटना की जानकारी मिलते ही बीसीसीएल और डीएमएस की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव अभियान शुरू किया। मलबे के नीचे दबे लोगों और मवेशियों को निकालने की कोशिश जारी है। स्थानीय लोग भी प्रशासन की मदद कर रहे हैं।

सांसद धुलू महतो मौके पर पहुंचे
धनबाद सांसद धुलू महतो तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन से त्वरित सहायता और हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। धुलू महतो ने कहा कि कोयला क्षेत्रों में बार-बार हो रही दुर्घटनाओं की अनदेखी गंभीर चिंता का विषय है।

सुदेश महतो की प्रतिक्रिया
आजसू पार्टी के प्रमुख और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी की वजह से हादसे लगातार हो रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से उच्चस्तरीय जांच की मांग की और याद दिलाया कि सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी संसद में इस मुद्दे को कई बार उठा चुके हैं, लेकिन ठोस कदम अब तक नहीं उठाए गए।

अवैध खनन पर सवाल
भू-धंसान की यह घटना बाघमारा के कुम्हार टोली और मुंडा घोड़ा इलाके में हुई। अवैध खनन के कारण इलाके को भारी नुकसान हुआ है। मुंडा घोड़ा का पूरा खटाल जमींदोज हो गया। आशंका है कि वहां खनन कार्य में लगे 200 से अधिक मजदूर मलबे में दबे हो सकते हैं, हालांकि प्रशासन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

अंबे माइनिंग साइट पर छह मजदूरों की मौत
इसी बीच बीसीसीएल कतरास क्षेत्र की अंबे माइनिंग आउटसोर्सिंग साइट पर एक और हादसा हुआ। इसमें छह मजदूरों की मौत हो गई। इस घटना ने एक बार फिर कोयला खनन क्षेत्रों में सुरक्षा इंतज़ामों की पोल खोल दी है।

धनबाद और आसपास के कोयला क्षेत्रों में दुर्घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अवैध खनन और सुरक्षा मानकों की अनदेखी इसका मुख्य कारण हैं। सुदेश महतो ने कहा कि कोल इंडिया को इस पर गंभीरता से काम करना चाहिए और मज़बूत सुरक्षा प्रणाली विकसित करनी होगी।

 

 

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