
रांची: जामा की पूर्व विधायक और शिबू सोरेन की बड़ी बहू, सीता सोरेन बहुत जल्द भारतीय जनता पार्टी भाजपा का दामन छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में शामिल होने जा रही हैं। इस बारे में परिवार में सहमति बन गई है और औपचारिक घोषणा होने के लिए बस कुछ औपचारिकताएँ बाकी हैं।
वार्ता में प्रगति, जल्द हो सकती है घोषणा
झामुमो के एक वरिष्ठ नेता ने पुष्टि करते हुए कहा कि बातचीत बहुत आगे बढ़ चुकी है। यदि सब कुछ सही रहा, तो जल्द ही इस निर्णय की औपचारिक घोषणा की जाएगी। हालांकि, कुछ समय पहले भी इस तरह की चर्चा राजनीतिक गलियारों में हुई थी, लेकिन उस समय सीता सोरेन ने इसका खंडन कर दिया था। अब, फिर से उनके घर वापसी की संभावना पर चर्चा हो रही है।
परिवार का समर्थन, सीता सोरेन का कदम
सीता सोरेन के लिए घर वापसी की दिशा में परिवार के लोगों का समर्थन बड़ा कारण बना है। 7 मार्च को पूर्व पीए देवाशीष घोष पर हुए जानलेवा हमले के बाद, परिवार ने सीता सोरेन को एक साथ रहने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी चाहती हैं कि सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा में ही रहें।
नेमरा गांव में सीता सोरेन की बढ़ती निकटता
सीता सोरेन की हेमंत सोरेन और उनके परिवार के साथ निकटता में वृद्धि ने सबका ध्यान खींचा है। इसका एक उदाहरण 14 मार्च को नेमरा गांव में देखने को मिला, जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने परिवार के साथ कुल देवता की पूजा के लिए पहुंचे थे। इस अवसर पर सीता सोरेन भी परिवार के साथ पूजा में शामिल हुईं, जबकि पिछले दो वर्षों से वह हेमंत सोरेन से दूर थीं। इस कदम से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि सीता सोरेन जल्द ही भाजपा छोड़कर झामुमो में शामिल हो जाएंगी।
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