
रामगढ़: झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय समिति के निर्देशानुसार रामगढ़ जिला संयोजक मंडली एवं कार्यकर्ताओं की एक अहम बैठक जिला कार्यालय परिसर में संपन्न हुई. इस बैठक की अध्यक्षता संयोजक प्रमुख बिनोद किस्कू ने की. संचालन का दायित्व जिला संयोजक सदस्य बिनोद कुमार महतो ने निभाया.
सरना धर्म कोड की अनदेखी के बीच जातिगत जनगणना को बताया ‘कुंठित सोच’ का परिचायक
बैठक में झामुमो नेताओं ने केंद्र सरकार की उस नीति की कड़ी आलोचना की, जिसके तहत सरना धर्म कोड को मान्यता दिए बिना जातिगत जनगणना करवाई जा रही है. इसे भाजपा की आदिवासी विरोधी मानसिकता बताया गया. वक्ताओं ने इसे ‘कुंठित और विभाजनकारी सोच’ करार देते हुए इसके विरुद्ध जनआंदोलन को तेज करने का आह्वान किया.
27 मई को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन, कार्यकर्ताओं से सक्रिय भागीदारी की अपील
सभा में निर्णय लिया गया कि 27 मई 2025 को रामगढ़ जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा. यह प्रदर्शन सरना धर्म कोड की उपेक्षा और केंद्र की नीतियों के खिलाफ जनभावनाओं की अभिव्यक्ति का माध्यम होगा. झामुमो के जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं से इस आयोजन में पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की गई.
कार्यकर्ता जुटे रणनीति में
इस बैठक में संयोजक सदस्य राजकुमार महतो, चित्रगुप्त महतो, भुवनेश्वर प्रसाद, सोनाराम मांझी, दुबराज पाहन, जीतलाल टुडू सहित गोपाल सरकार, विजय कुमार रावत, अमजद अंसारी तथा अन्य दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे. सभी ने धरना को सफल बनाने हेतु संगठनात्मक प्रयासों को और मजबूत करने पर सहमति जताई.
इसे भी पढ़ें : East Singhbhum: गांव-शहर का साझा आकलन, प्रखंडों व नगर निकाय क्षेत्रों में नोडल अधिकारियों ने किया निरीक्षण