
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के 13वें केंद्रीय महाधिवेशन के दूसरे दिन दिशोम गुरु शिबू सोरेन को पार्टी का संस्थापक संरक्षक घोषित किया गया. इसी मंच से उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी की बागडोर सौंपते हुए केंद्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया.
महाधिवेशन का आयोजन रांची के खेलगांव स्थित परिसर में किया गया है. 53 वर्षों में झामुमो का यह 13वां केंद्रीय अधिवेशन है और रांची में यह आयोजन दूसरी बार हो रहा है.
38 वर्षों बाद नई भूमिका में लौटे दिशोम गुरु
पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने 38 वर्षों तक झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व किया. अब उन्होंने यह दायित्व अपने पुत्र हेमंत सोरेन को सौंपते हुए खुद को संस्थापक संरक्षक की भूमिका में स्थापित किया है. यह बदलाव झामुमो के भविष्य की दिशा को स्पष्ट करता है, जहां अनुभव और युवा नेतृत्व का समावेश एक नई ऊर्जा के साथ देखा जा रहा है.
नेतृत्व में निरंतरता: हेमंत सोरेन का एक दशक का अनुभव
हेमंत सोरेन को वर्ष 2015 में जमशेदपुर महाधिवेशन में पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. उनके नेतृत्व में झामुमो ने दो विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया. अब उन्हें पार्टी का पूर्णकालिक केंद्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जिससे पार्टी को संगठित और सशक्त बनाने की दिशा में नई गति मिल सकती है.
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