
नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास से कथित रूप से भारी मात्रा में नकदी की बरामदगी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जो आज शाम 4:30 बजे होगी. बैठक के दौरान इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा की जाएगी. सोमवार को जस्टिस वर्मा को उनके न्यायिक दायित्वों से मुक्त कर दिया गया था और सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय आंतरिक समिति गठित की है.
सर्वदलीय बैठक की अहमियत
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही मंगलवार को इस मामले को लेकर सांसदों ने सवाल उठाए. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस मामले को लेकर वह सोमवार को सदन के नेता जेपी नड्डा और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे से मिले थे. उन्होंने कहा कि यह मुद्दा शासन के विभिन्न विभागों में हलचल मचा रहा है और इस पर आज शाम एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है.
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने इस मामले पर कहा कि न्याय केवल किया ही नहीं जाना चाहिए, बल्कि ऐसा होते हुए दिखना भी चाहिए. उन्होंने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, और इसके लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए.
एनजेएसी और संविधान संशोधन पर धनखड़ का बयान
धनखड़ ने संसद की ओर से पारित राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) अधिनियम का उल्लेख किया, और कहा कि यदि सर्वोच्च न्यायालय ने इसे निरस्त नहीं किया होता, तो स्थिति कुछ अलग होती. उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो संविधान संशोधन के साथ छेड़छाड़ की अनुमति देता हो.
मल्लिकार्जुन खरगे का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मामले पर कहा कि उन्हें और जेपी नड्डा को धनखड़ से मुलाकात के दौरान यह एहसास हुआ कि अगले कदम पर निर्णय लेने से पहले विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को विश्वास में लिया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर मंगलवार को एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सदन के नेताओं से राय ली जाएगी.
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