
झालावाड़ : राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया. गांव के सरकारी स्कूल की जर्जर इमारत की छत अचानक भरभराकर गिर गई. हादसा उस वक्त हुआ जब कक्षा में दर्जनों बच्चे मौजूद थे.
घटना 25 जुलाई सुबह लगभग 8:30 बजे की है. बच्चे रोज़ की तरह स्कूल पहुंचे थे, लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि कुछ ही पलों में ज़िंदगी का रुख हमेशा के लिए बदल जाएगा. अचानक गिरी छत ने दर्जनों बच्चों को मलबे में दबा दिया.
अब तक 4 बच्चों की मौत की पुष्टि
स्थानीय प्रशासन ने चार बच्चों की मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी है. वहीं, 60 से 70 बच्चों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. कई घायल बच्चों को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं. जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम तेज़ी से जारी है. आसपास के ग्रामीण भी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. घटनास्थल पर माहौल बेहद भावुक और तनावपूर्ण बना हुआ है.
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही थी, जिससे स्कूल भवन की दीवारों और छत में गंभीर सीलन आ गई थी. बताया जा रहा है कि भवन काफी पुराना था और उसकी मरम्मत लंबे समय से नहीं कराई गई थी.
घटना के बाद ग्रामीणों और अभिभावकों में गहरा आक्रोश है. वे प्रशासन की लापरवाही को इस दर्दनाक हादसे के लिए ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री द्वारा घटना पर शोक व्यक्त किया गया है और मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने पर विचार किया जा रहा है. राहत कार्य की निगरानी के लिए उच्च अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur: गोविंदपुर में डेंगू और बरसाती बीमारियों का खतरा, जिला परिषद ने अपने खर्चे से कराई सफाई