
धनबाद: आईआईटी (आईएसएम), धनबाद में सोमवार से “सतत खनन हेतु विद्युत सुरक्षा एवं एहतियाती अनुरक्षण” विषय पर एक 5 दिवसीय कार्यकारी विकास कार्यक्रम (EDP) की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम 4 अगस्त से 8 अगस्त 2025 तक चलेगा। कार्यक्रम का मकसद खनन उद्योग में बिजली से जुड़ी सुरक्षा चुनौतियों, सतत विकास, और रख-रखाव से जुड़ी आधुनिक तकनीकों पर चर्चा करना है। विशेषज्ञों का मानना है कि खनन में तकनीकी सावधानी और समय पर अनुरक्षण, दुर्घटनाओं को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं।
निदेशक ने बताया कार्यक्रम का उद्देश्य
आईआईटी-आईएसएम के निदेशक डॉ. शिवकुमार मिश्रा ने बताया कि यह कार्यक्रम विद्युत अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर के आईआईटी और अन्य प्रमुख तकनीकी संस्थानों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस तरह के कार्यक्रम खनन के क्षेत्र में काम करने वाले इंजीनियरों और प्रबंधन से जुड़े लोगों को व्यावहारिक जानकारी देने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि खनन क्षेत्र को हरित ऊर्जा, स्मार्ट ग्रिड, और ऑटोमेटेड मेंटेनेंस जैसी तकनीकों से जोड़ना समय की मांग है। प्रतिभागी इन पहलुओं पर गहराई से विचार-विमर्श करेंगे।
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