
पोटका : 34 पंचायतों वाली वृहद प्रखंड पोटका में पिछले कुछ दिनों से विभाग द्वारा एक टीम के माध्यम से चापाकल मरम्मती का कार्य शुरू किया गया है। जो सम्पूर्ण रूप से नाकाफी है। प्रखंड के एक छोर से दूसरे छोर की दूरी काफी है । प्रति पंचायत में कम से कम दो तीन खराब चपाकलों को ससमय मरम्मत कर पोटका प्रखंड को पेयजल की समस्या से निजात दिलाना नामुमकिन है।
बीडीओ को समस्या दूर करने का निर्देश
इस गंभीर विषय को लेकर प्रखंड के पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल मंगलवार को उप विकास आयुक्त पूर्वी सिंहभूम से मिले तथा लिखित आवेदन देकर समस्या की समुचित समाधान हेतु अपने सुझाव दिए। मंडल द्वारा पोटका प्रखंड को उत्तर- मध्य एवं दक्षिण जोन में बांट कर तीन जोन के लिए अलग अलग टीम बना कर जरूरत की सामग्रियों से लैस कर छोड़ने की बात कही गई। साथ ही हरेक पंचायत से खराब चपाकलों की सूची मंगवा कर मरम्मती का कार्य युद्ध स्तर पर करवाने का अनुरोध की गई । उप विकास आयुक्त ने बीडीओ पोटका से बात कर अविलंब उपयुक्त कदम उठाने का आश्वासन दिया। पूर्व पार्षद के साथ समाजसेवी मुनीराम बास्के भी उपस्थित थे।