
पोटका: पोटका प्रखंड के कालिकापुर गांव में स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कमल चंद्र भक्त वेलफेयर सोसायटी के संरक्षण में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई. इस अवसर पर सोसायटी के संरक्षक अनुपम भक्त की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
बच्चों की रचनात्मकता और समाजसेवियों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान बच्चों के लिए चित्रांकन प्रतियोगिता आयोजित की गई. प्रतिभागियों को कॉपी और पेंसिल देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया. इसके अतिरिक्त, समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया.
इतिहास के पन्नों से: नेताजी का कालिकापुर आगमन
यह वही कालिकापुर गांव है, जहां 5 दिसंबर 1939 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ऐतिहासिक सभा कर “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का नारा बुलंद किया था. इस ऐतिहासिक पल की स्मृति को संजोए रखने के लिए गांव के शिक्षक संघ के नेता अनुपम भक्त ने उस समय उपयोग में लाई गई बेंच, कुर्सी और टेबल को अब तक सुरक्षित रखा है. इन वस्तुओं की प्रदर्शनी कार्यक्रम के दौरान लगाई गई, जो स्वतंत्रता आंदोलन की झलक पेश करती है.
ग्रामीणों की भागीदारी और श्रद्धांजलि
कार्यक्रम को सफल बनाने में सोसायटी के संरक्षक अनुपम भक्त, भोला भक्त, मुखिया बाघराय सोरेन, राजकमल भक्त, हिमांशु चंद्र भक्त सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया. नेताजी की जयंती का यह आयोजन न केवल उनके योगदान को याद करने का अवसर बना, बल्कि आजादी के संघर्ष की प्रेरणा को जीवंत रखने का भी माध्यम साबित हुआ.
नेताजी की विरासत और समाज का योगदान
कार्यक्रम के दौरान नेताजी के विचारों और संघर्ष को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाने पर जोर दिया गया. स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कमल चंद्र भक्त वेलफेयर सोसायटी ने इस आयोजन के जरिए समाज और युवाओं में राष्ट्रभक्ति और प्रेरणा का संचार किया.
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