
सरायकेला : जिला के नीमडीह थाना क्षेत्र के झिमड़ी गांव में एक युवती रीता महतो के धर्म परिवर्तन और निकाह का मामला सामने आया है। युवती ने 18 मार्च 2025 को आसनसोल कोर्ट में शपथ पत्र देकर इस्लाम धर्म अपनाने की घोषणा की और अगले दिन 19 मार्च को इलामबाजार मुस्लिम विवाह एवं तलाक रजिस्ट्रार कार्यालय में उसका निकाह रजिस्टर्ड कर दिया गया।
मामले की मुख्य बातें
धर्म परिवर्तन और निकाह युवती ने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन करने का दावा किया है, लेकिन इतनी तेजी से धर्म परिवर्तन और विवाह की प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। विवाह दस्तावेजों के अनुसार मेहर की राशि ₹25,786 तय की गई, जो अब तक नहीं दी गई है। पति द्वारा पत्नी को खुला (तलाक) का अधिकार भी दिया गया है।
गवाह और वकील :
इस विवाह की गवाही अरमान वाजिद और अब्दुल जलील ने दी, जबकि मोहम्मद नबीर वकील के तौर पर उपस्थित थे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले की जांच कराने और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।
उम्र का विवाद:
विवाह प्रमाणपत्र में युवती की जन्मतिथि 01 जनवरी 2006 बताई गई है, जिससे उसकी उम्र को लेकर संदेह जताया जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई आरोपी मोहम्मद तस्लीम आलम को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। राजनीतिक प्रतिक्रिया नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले की जांच कराने और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। गांव में प्रवेश के दौरान सभी मोटर साइकिल की जांच और नाम पता अंकित किया जा रहा साथ ही क्षेत्र में पुलिस प्रशासन द्वारा कर्फ्यू लगाया गया।
इलाके में तनाव
झिमड़ी गांव में एक युवती के धर्म परिवर्तन और निकाह से जुड़ा मामला सामने आने के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा हे।
झारखंड की सियासत में भूचाल
यह मामला तब तूल पकड़ गया जब युवती के कथित अपहरण के आरोप में गिरफ्तार मोहम्मद तस्लीम आलम के परिजनों द्वारा एक एकरारनामा वायरल किया गया, जिसमें युवती के इस्लाम धर्म अपनाने और निकाह की पुष्टि की गई है। इस मामले को लेकर झारखंड की सियासत गर्मा गई है। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले की जांच कराने के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।