
सरायकेला: बांग्लादेश में रवीन्द्रनाथ टैगोर के आवास पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के खिलाफ चांडिल में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली। भाजपा नेता पप्पू वर्मा के नेतृत्व में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मुहम्मद युनुस का पुतला दहन कर रोष जताया। चांडिल बाजार में आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
टैगोर के अपमान से व्यथित है बंगभाषी समाज
प्रदर्शनकारियों ने इसे साहित्य और संस्कृति पर हमला करार देते हुए कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर न केवल बंगाल, बल्कि पूरे भारतवर्ष की सांस्कृतिक आत्मा हैं। उनके सम्मान को ठेस पहुंचाना एक गंभीर अपराध है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस घटना से झारखंड के बंगभाषी समाज सहित तमाम वर्गों में गहरा आक्रोश है।
पप्पू वर्मा ने संभाला मोर्चा
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा नेता पप्पू वर्मा ने किया। उनके साथ राकेश वर्मा, सिबू चटर्जी, बोनस सिंह सरदार, खुदी सिंह, रामकृष्ण महतो, प्रभात पोद्दार, मनोहर सिंह, बाबू पॉल, खोकोन सिंह, आकाश दास, साहेब सिंह, टिकें भोर, रोहिन दास, पार्थ कुंडू, सरवन महतो, अपिन कालिंदी, दुर्गा सिंह, राजू दत्ता, समीर कुंडू, गौरव गोप, हरेन सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।
सांस्कृतिक अस्मिता की रक्षा की पुकार
प्रदर्शनकारियों ने इस विरोध को सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत की रक्षा के लिए आवश्यक कदम बताया। उनका कहना था कि यदि ऐसे अपमानजनक घटनाओं के खिलाफ समय पर आवाज़ नहीं उठाई गई, तो भारत की सांस्कृतिक विरासत पर भविष्य में और गंभीर खतरे मंडरा सकते हैं।
बांग्लादेश सरकार से माफी की मांग
प्रदर्शन के अंत में प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से मांग की कि वह बांग्लादेश सरकार से इस कृत्य के लिए माफी की मांग करे और दोषियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित कराए। साथ ही यह भी कहा गया कि भारत में रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों की गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जानी चाहिए।
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