चाईबासा: झारखंड राज्य की स्थापना के रजत जयंती समारोह के अवसर पर मांगीलाल रूंगटा प्लस उच्च विद्यालय में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के सभागार में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान गौरव से सम्मानित हो भाषा के साहित्यकार डूबरो बुरिली तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त शिक्षक बागुन बोदरा उपस्थित रहे।
सेमिनार की शुरुआत स्वर्गीय बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर की गई। इसके बाद बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया। परंपरा के अनुसार मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।
विशिष्ट अतिथि बागुन बोदरा और मुख्य अतिथि डूबरो बुरिली ने बच्चों को स्वर्गीय बिरसा मुंडा के जीवन और हो भाषा के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उनके संबोधन से विद्यार्थियों को राज्य की सांस्कृतिक और भाषाई धरोहर को समझने का अवसर मिला।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि को विद्यालय के शिक्षकों द्वारा अंगवस्त्र, पुष्प गुच्छ और सखुआ पौधा देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद छात्राओं ने समूह नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को और भी आकर्षक बनाया।
मुख्य अतिथि डूबरो बुरिली ने विद्यालय के पुस्तकालय को अपने द्वारा लिखित दो पुस्तकें भी भेंट कीं। कार्यक्रम का सफल संचालन अंग्रेजी शिक्षिका प्रियंकिनी केराइ ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
विद्यालय की वरीय शिक्षिका सुषमा जोजोवार ने धन्यवाद ज्ञापन देकर सेमिनार का समापन किया।