बरेली: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर 12 सितंबर को हुई फायरिंग के आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। जांच में पता चला कि दोनों बदमाश कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गिरोह से जुड़े थे। घटना की जिम्मेदारी गोल्डी बरार गैंग ने सोशल मीडिया पर ली थी।
हथियारों का बड़ा खुलासा
मुठभेड़ के बाद पुलिस को तुर्की मेड जिगाना और ऑस्ट्रिया निर्मित ग्लॉक पिस्टल मिली। खास बात यह है कि प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में भी शूटरों ने जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया था।
जिगाना पिस्टल पूरी तरह ऑटोमैटिक है और लगातार कई राउंड फायर कर सकती है।
इसे मलेशिया, अजरबैजान और फिलीपींस की आर्मी भी इस्तेमाल करती है।
अवैध रूप से पाकिस्तान के रास्ते इसकी सप्लाई भारत में होती है, कई बार ड्रोन के जरिए भी।
कैसे पहुंचे पुलिस तक?
फायरिंग के बाद पुलिस ने पूरे इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इससे हमलावरों की पहचान हुई और गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी में उनका पीछा करते हुए मुठभेड़ हो गई।
हमला कैसे हुआ था?
12 सितंबर की सुबह करीब 3:30 बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने पाटनी परिवार के घर पर नौ राउंड फायर किए और नैनीताल हाईवे की ओर भाग निकले। घटना की जिम्मेदारी रोहित गोदारा की आईडी से एक्स (पूर्व ट्विटर) पर ली गई थी। पोस्ट में धार्मिक संतों पर आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध जताते हुए भविष्य में जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
पहले की थी रेकी
जांच में यह भी सामने आया कि हमलावरों ने वारदात से एक दिन पहले इलाके की रेकी की थी। सीसीटीवी फुटेज में वे दूसरी बाइक से गली में घुसते दिखे थे और उसी दौरान एक फायर भी किया था।
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