
सरायकेला: जिले में 15 से 30 जून तक चलाए जा रहे “धरती आबा जनभागीदारी अभियान” के अंतर्गत पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाले शिविरों की तैयारी को लेकर समाहरणालय सभागार में उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने जिला व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पंचायत में पूर्व निर्धारित तिथि पर शिविर का आयोजन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। शिविरों में केंद्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की व्यापक जानकारी देने के लिए विभागवार स्टॉल लगाए जाएं, जिससे पात्र लाभुकों को मौके पर ही आवेदन करने का अवसर प्राप्त हो।
ऑन-द-स्पॉट आवेदन, त्वरित निष्पादन और समय पर पोर्टल अपलोडिंग
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिविरों में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, सभी आवेदन एवं निष्पादन संबंधित विवरण को निर्धारित पोर्टल पर समय पर अपलोड किया जाए, जिससे योजनाओं के पारदर्शी क्रियान्वयन की निगरानी संभव हो सके। सिंह ने कहा कि शिविरों को केवल औपचारिकता न बनाएं, बल्कि सभी विभागीय प्रतिनिधि समर्पण भाव से उपस्थित रहकर लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करें। उन्होंने अंतरविभागीय समन्वय को शिविरों की सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक बताया। बैठक में पुलिस अधीक्षक मुकेश लूणायत ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक शिविर स्थल पर पुलिस बल की तैनाती अनिवार्य होगी, जिससे किसी भी अवांछनीय गतिविधि पर नियंत्रण रखा जा सके। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि थाना स्तर का स्टॉल शिविरों में लगाया जाए, जिससे आमजन को पुलिस से सीधे संवाद का अवसर मिले और फ्रेंडली पुलिसिंग को बढ़ावा मिल सके।
इस समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, डीआरडीए निदेशक डॉ. अजय तिर्की, अपर उपायुक्त जयवर्धन कुमार, अपर नगर आयुक्त रवि प्रकाश सहित जिले के सभी विभागीय वरीय अधिकारी उपस्थित थे। वहीं, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े।
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